जम्मू-कश्मीरः पाकिस्तान ने फिर की नापाक हरकत, बालाकोट में किया सीजफायर का उल्लंघन
By रामदीप मिश्रा | Published: September 16, 2019 09:02 AM2019-09-16T09:02:47+5:302019-09-16T10:14:17+5:30
पाकिस्तान ने अगस्त महीने में अखनूर सेक्टर से लेकर उड़ी-गुरेज तक का शायद कोई इलाका बचा होगा जहां इस अवधि में पाक तोपखानों ने सीजफायर के बावजूद गोले न बरसाए हों।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेज 370 के हटने के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और वह L0C पर लगातार नापाक हरकतें कर रहा है। उसने रविवार देर रात करीब साढ़े 10 बजे एकबार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया। पाकिस्तान ने पुंछ जिला के मेंधार सेक्टर के बालाकोट में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बालाकोट में पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन में भारतीय सैनिकों को मामूली चोटें आईं, जिसके बाद घायलों को वहां से निकाला गया और फिलहाल उनका उपचार किया जा रहा है।
Indian troops suffered minor injuries in ceasefire violation by Pakistan in Balakote, Mendhar sector last night. The injured were evacuated & are currently under treatment. https://t.co/mnhdCMhJvQ
— ANI (@ANI) September 16, 2019
बता दें कि उसने पिछले रविवार को भी सुंदरबनी और नौशेरा सेक्टर में रविवार सुबह करीब 10 बजे छोटे हथियारों के साथ गोलीबारी की थी। साथ ही साथ मोर्टार दागे थे। उसकी इस हरकर का भारतीय सेना के जवानों ने करारा जवाब दिया था। इससे पहले पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा से लगी अग्रिम चौकियों और गांवों पर पाकिस्तान की तरफ से मोर्टार और गोले दागे गए थे। छोटे हथियारों से गोलीबारी की गई थी, जिसमें भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया था।
पाकिस्तान ने अगस्त महीने में अखनूर सेक्टर से लेकर उड़ी-गुरेज तक का शायद कोई इलाका बचा होगा जहां इस अवधि में पाक तोपखानों ने सीजफायर के बावजूद गोले न बरसाए हों। आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, 300 बार से अधिक सीजफायर उल्लंघन सिर्फ अगस्त महीने किया गया।
वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान ने इस साल अब तक बिना उकसावे के 2,050 से अधिक बार संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया जिसमें 21 भारतीयों की मौत हुई है। भारत ने पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा सीमा पार घुसपैठ को समर्थन देने और भारतीय नागरिकों और अग्रिम चौकियों को निशाना बनाने समेत बिना उकसावे के संघर्षविराम का उल्लंघन करने पर अपनी चिंताएं पाकिस्तान के समक्ष उजागर की हैं।
विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत ने लगातार पाकिस्तान से कहा है कि वह नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपने सुरक्षा बलों को 2003 के संघर्ष विराम को लेकर बनी सहमति का पालन करने और वहां शांति बनाये रखने के लिए कहे।