जम्मू, कश्मीर के मुद्दे अलग-अलग हैं : अब्दुल्ल्ला ने परिसीमन आयोग के समक्ष पार्टी इकाई के प्रस्ताव पर कहा
By भाषा | Published: July 11, 2021 03:57 PM2021-07-11T15:57:58+5:302021-07-11T15:57:58+5:30
श्रीनगर, 11 जुलाई जम्मू में परिसीमन आयोग को नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) का प्रस्ताव भारतीय जनता पार्टी की मांगों के अनुरूप होने को लेकर आलोचना के बीच, पार्टी के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि केंद्रशासित प्रदेश के दोनों क्षेत्रों के मुद्दे एक-दूसरे से अलग हैं।
अपनी मां बेगम अकबर जहां की 21वीं बरसी के मौके पर उनकी कब्र पर फूल चढ़ाने के बाद अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी की जम्मू इकाई द्वारा पेश किए गए अलग मुद्दों से लोगों को चिंतित नहीं होना चाहिए।
जम्मू में आयोग को दिया गया पार्टी का प्रस्ताव निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन के लिए नये मानदंड तैयार करने में भाजपा की मांगों के अनुरूप होने को लेकर हो रही आलोचना के बारे में पूछे जाने पर नेकां अध्यक्ष ने संवाददाताओं से कहा, “जम्मू के मुद्दे अलग हैं जबकि कश्मीर की समस्याएं अलग हैं। आपको चिंता किस बात की है?”
अफगानिस्तान में स्थिति और कश्मीर पर इसका कोई प्रभाव पड़ सकता है, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनकी ईश्वर से प्रार्थना है कि उस देश में शांति आए।
अब्दुल्ला ने कहा, “अफगानिस्तान अलग देश है। ईश्वर वहां शांति बख्शे और वहां के लोगों के लिए जो सही हो, वह करे। मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकता क्योंकि मेरा अफगानिस्तान के साथ कोई संबंध नहीं है।”
इससे पहले, अब्दुल्ला ने अपने बेटे एवं नेकां के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला तथा पार्टी के अन्य नेताओं के साथ बेगम अकबर जहां - नेकां के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की पत्नी के मकबरे पर फूल चढ़ाए। नेकां नेताओं ने वहां विशेष प्रार्थनाएं भी कीं।
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