फूल खिलेंगे गुलशन-गुलशन: पर्यटकों का इंतजार हुआ खत्म, इस दिन से खुलेगा ट्यूलिप गार्डन
By सुरेश एस डुग्गर | Published: March 21, 2022 04:11 PM2022-03-21T16:11:44+5:302022-03-21T16:13:00+5:30
विश्व प्रसिद्ध डल झील के किनारे जबरवान पहाड़ी की तलहटी में आबाद इस ट्यूलिप गार्डन में फूल खिलना शुरू हो गए हैं। गौरतलब है कि 30 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले गार्डन में लोग इस वर्ष 100 से अधिक प्रजातियों के 40 लाख ट्यूलिप का दीदार करेंगे।
जम्मू: कोरोना के दो सालों के बाद इस वर्ष ट्यूलिप गार्डन परसों यानि 23 मार्च को खोला तो जा रहा है पर इस पर इस बार बढ़ते तापमान का संकट पैदा हो गया है। दरअसल जिस तेजी से कश्मीर में भी मार्च में ही गर्मी अपना रौद्र रूप दिखा रही है उससे ट्यूलिप गार्डन के संयोजक चिंता में हैं। दरअसल एक हफ्ते में ही कश्मीर में अधिकतम तापमान सामान्य से कई डिग्री ऊपर चला गया है। मैदानी इलाकों की बात करें तो यह सामान्य से लगभग दोगुना है। श्रीनगर शहर की बात करें तो उसने पिछले सालों में दूसरी बार अधिक तापमान दर्ज किया गया है।
गत शुक्रवार को शहर का तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहा था जबकि वर्ष 2018 में यह तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। कश्मीर में एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन है। हर वर्ष इसे पर्यटकों के लिए खोला जाता है। इन्दिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन के नाम से मशहूर यह पार्क पूरे 30 हैक्टयेर जमीन पर बना हुआ है। इस बार ट्यूलिप समारोह पूरे 15 दिनों तक चलेगा और इसमें भारी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद की जा रही है। सात हिस्सों में बनाया गया यह गार्डन कश्मीर में पर्यटन और फूलों को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है।
विश्व प्रसिद्ध डल झील के किनारे जबरवान पहाड़ी की तलहटी में आबाद इस ट्यूलिप गार्डन में फूल खिलना शुरू हो गए हैं। गौरतलब है कि 30 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले गार्डन में लोग इस वर्ष 100 से अधिक प्रजातियों के 40 लाख ट्यूलिप का दीदार करेंगे। गार्डन को एक नया लुक भी देने के प्रयास किए गए हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक इस गार्डन की तरफ आकर्षित हो सकें।
पर गर्मी के कारण कश्मीर से लुप्त होते पर्यटक इस बार ट्यूलिप गार्डन पर भी संकट पैदा कर रहे हैं। प्रसिद्ध पर्यटनस्थल गुलमर्ग, पहलगाम की ही बात करें तो यहां मैदानों व पहाड़ों पर पड़ी बर्फ अब तेजी से पिघलती नजर आ रही है। इसे देख मौसम विशेषज्ञों ने भी चिंता जाहिर की है। जहां इस मौसम में यहां सामान्य तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक रहता था, अब तेज धूप परेशान कर रही है। पहलगाम और काजीगुंड ने मार्च में अधिकतम तापमान का कई सालों का रिकार्ड तोड़ दिया।
श्रीनगर शहर की बात करें तो यहां भी अब गर्मी अपना प्रभाव दिखा रही है। यहां तापमान सामान्य से 15 डिग्री अधिक यानी 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यानी काजीगुंड के बाद श्रीनगर दूसरे स्थान पर गर्म शहर रहा। घाटी के दूसरे शहरों की बात करें तो वहां भी स्थिति ऐसी ही है। कश्मीर घाटी में इसी तरह अचानक से तापमान में हुई वृद्धि ने पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों की चिंताएं भी बढ़ा दी हैं। उनका कहना है कि यदि इस समय तापमान में चार गुना वृद्धि हो गई है तो आने वाले दिनों में गर्मी तेज होगी और इसका सीधा प्रभाव पर्यटन पर होगा।
तेज धूप की वजह से गुलमर्ग, पहलगाम आदि पर्यटन स्थलों पर बड़ी बर्फ अब तेजी से पिघलना शुरू हो गई है। पर्यटन विभाग के अधिकारी कहते हैं कि कश्मीर में बहार का आगाज परंपरागत रूप से अप्रैल में ही होता है। लेकिन इस बार ट्यूलिप गार्डन को 23 मार्च से ही पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। जब्रवान की पहाड़ियों के दामन में डल किनारे स्थित इस बाग में 100 किस्मों के 40 लाख से ज्यादा ट्यूलिप पर्यटकों का स्वागत करेंगे।
उन्होंने कहा कि बीते तीन साल से जो हालात रहे हैं, उससे कश्मीर के पर्यटन को खूब नुकसान पहुंचा है। हम पर्यटन क्षेत्र को पुनः पटरी पर लाने के लिए, देशी-विदेशी सैलानियों को कश्मीर में लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं। उम्मीद है कि आने वाला पर्यटन सीजन पूरी तरह हिट रहेगा और पर्यटन जगत से जुड़े स्थानीय लोगों को इसका पूरा लाभ मिलेगा।