वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड खतरा मोल लेगा यात्रा शुरू करने का, भवन पर 11 से अधिक कोरोना केस
By सुरेश एस डुग्गर | Published: August 13, 2020 06:34 PM2020-08-13T18:34:03+5:302020-08-13T18:34:03+5:30
श्राइन बोर्ड कोरोना मामले सामने आने के बावजूद 16 अगस्त से यात्रा को शुरू करना चाहता है तो जिलायुक्त भवन के क्षेत्र को रेड जोन घोषित करना चाहते हैं। दरअसल वैष्णो देवी के कपाट खुलने के से तीन पहले ही बुरी खबर सामने आ गई। माता वैष्णो देवी भवन में 11 लोग कोरोना पाजीटिव पाए गए हैं।
जम्मूः वैष्णो देवी भवन पर 11 से अधिक कोरोना मामले सामने आने के बाद वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड तथा रियासी जिले के उपायुक्त के बीच तनातनी का माहौल है।
श्राइन बोर्ड कोरोना मामले सामने आने के बावजूद 16 अगस्त से यात्रा को शुरू करना चाहता है तो जिलायुक्त भवन के क्षेत्र को रेड जोन घोषित करना चाहते हैं। दरअसल वैष्णो देवी के कपाट खुलने के से तीन पहले ही बुरी खबर सामने आ गई। माता वैष्णो देवी भवन में 11 लोग कोरोना पाजीटिव पाए गए हैं।
फिलहाल यात्रा रोकने का प्रशासन ने कोई फैसला नहीं लिया गया है। पिछले तीनों में वैष्णो देवी भवन के पांच पुजारी, चार सेवादार और दो सुरक्षाकर्मी कोरोना पाजीटिव पाए गए हैं। भवन में कोरोना पाजिटीव लोगों के पाए जाने के बाद यात्रा को लेकर संशय बना हुआ है।
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार के अनुसार यात्रा रोकने का कोई सवाल नहीं
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार के अनुसार यात्रा रोकने का कोई सवाल नहीं है। जबकि जिलायुक्त कार्यालय कहता था कि अभी तक यात्रा को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है। श्राइन बोर्ड कहता है सरकार के तय कार्यक्रम के तहत ही वैष्णो देवी की यात्रा 16 अगस्त से शुरू होगी।
माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए हर साल करीब एक करोड लोग दर्शनों के लिए आते थे। कोरोना की वजह से धार्मिक स्थलों को बंद करने के आदेश दिए गए थे। जम्मू कश्मीर में भी 24 मार्च को लाकडाउन लग गया था। जुलाई महीने में स्थानीय मंदिरों को खोल दिया गया था।
सरकार ने रियासी जिला प्रशासन और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड को आदेश दिया
प्रमुख धार्मिक स्थल बंद रखने के आदेश लागू रहे। सरकार ने रियासी जिला प्रशासन और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड को आदेश दिया है कि वह एसओपी का सख्ती से पालन कराएं। किसी भी श्रद्धालु को मास्क के बिना नहीं जाने दिया जाएगा।
प्रत्येक श्रद्धालु के बीच छह फीट का फासला होना चाहिए। एसओपी अनुसार दस साल की उम्र से कम बच्चे, गर्भवती महिलाएं और 60 से अधिक उम्र के बुजुर्गाे को दर्शन करने की मनाही है। बाहर से कोई भी वस्तु, प्रसाद आदि लाने की भी मनाही गाईडलाइन में दी गई है।
सरकार के आदेशानुसार, जम्मू कश्मीर में 16 अगस्त से धार्मिक स्थलों के कपाट खुल जाएंगे
सरकार के आदेशानुसार, जम्मू कश्मीर में 16 अगस्त से धार्मिक स्थलों के कपाट खुल जाएंगे। श्री माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए बाहरी राज्यों के पांच हजार श्रद्धालुओं को ही रोजाना दर्शन करने की अनुमति दी गई है। बुकिंग कांउटर पर भीड़ जमा नहीं हो, इसके लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने आन लाइन बुकिंग करने का फैसला लिया है।
सरकार ने इसके लिए एसओपी जारी कर दी है। बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं का सबसे पहले कोरोना टेस्ट होगा और उन्हें क्वारंटीन में रखा जाएगा। उसके बाद ही उन्हें दर्शनों के लिए जाने दिया जाएगा। जम्मू से श्रद्धालुओं को पहले दर्शन करने के लिए भेजा जाएगा।