जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर में आतंकी हमले में फेरी लगाने वाले पंजाब के दो युवकों की मौत
By सुरेश एस डुग्गर | Published: February 8, 2024 05:32 PM2024-02-08T17:32:21+5:302024-02-08T17:32:27+5:30
बुधवार शाम को श्रीनगर के शाल कदल इलाके में पंजाब के जिन दो निवासियों को गोली मार दी गई थी, जिसमें एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया ने आज तड़के दम तोड़ दिया। एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर के शाल कदल इलाके में पंजाब के दो निवासियों को आतंकवादियों ने गोली मार दी।
श्रीनगर में कल देर रात आतंकी हमले में पंजाब के दो उन युवकों की मौत हो गइ्र जो श्रीनगर में फेरी लगा कर अपना गुजर बसर कर रहे थे। फिलहाल किसी आतंकी गुटने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है पर अधिकारियों को शंका है कि इसके पीछे टीआरएफ का हाथ हो सकता है।
याद रहे कल देर रात को श्रीनगर में एक सिख युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जबकि इस हमले में रोहित नाम का एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी भी मृत्यु हो गई है। दोनों पंजाब के अमृतसर के निवासी हैं और श्रीनगर में फेरी लगाते थे। इस साल राज्य में टारगेट किलिंग का यह पहला मामला है।
बुधवार शाम को श्रीनगर के शाल कदल इलाके में पंजाब के जिन दो निवासियों को गोली मार दी गई थी, जिसमें एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया ने आज तड़के दम तोड़ दिया। एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर के शाल कदल इलाके में पंजाब के दो निवासियों को आतंकवादियों ने गोली मार दी।
उन्होंने कहा कि सिख युवक की पहचान अमृतसर पंजाब के अमृत पाल (31) के रूप में हुई, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पंजाब के प्रेम माशी के बेटे रोहित माशी (27) को पेट में गोली लगी, जिसे गंभीर हालत में एसएमएचएस श्रीनगर ले जाया गया, जहां उसने आज सुबह दम तोड़ दिया। सुरक्षाबलों ने हमलावरों को पकड़ने के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी थी पर 24 घंटे बीत जाने के उपरांत भी कोई हमलावर हाथ नहीं आया था।
कश्मीर जोन पुलिस के मुताबिक, आतंकवादियों ने शहीद गंज श्रीनगर में एक गैर-स्थानीय व्यक्ति पर आतंकियों ने गोलीबारी की। जिसमें अमृतपाल की मौत हो गई। वहीं इस गोलीबारी में एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया था। हमले के उपरांत प्रवासी नागरिकों के साथ ही टूरिस्घ्टों में भी दहशत का माहौल है।
सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि इस हमले के पीछे टीआरएफ( द रजिस्टेंस फ्रंट) का हाथ हो सकता है। इससे पहले बीते साल भी जम्मू-कश्मीर में बाहर से आकर काम करने वाले कई लोगों को आतंकियों ने अपनी गोली का शिकार बनाया था।