जम्मू कश्मीर का फिर प्रशासनिक स्तर पर हुआ बंटवारा, लद्दाख को किया गया अलग
By सुरेश डुग्गर | Published: February 8, 2019 06:48 PM2019-02-08T18:48:28+5:302019-02-08T18:48:28+5:30
राज्य में अब दो नहीं तीन संभागीय प्रशासकीय इकाइयां होंगी। लद्दाख को शुक्रवार को राज्य सरकार ने रियासत में तीसरे संभाग का दर्जा प्रदान करते हुए इसका मुख्यालय लेह बनाया है। इससे पहले राज्य में सिर्फ दो संभागीय इकाइयां जम्मू और कश्मीर थीं। लद्दाख पहले कश्मीर संभाग का ही हिस्सा था।
जम्मू कश्मीर का एक बार फिर बंटवारा कर दिया गया है। आजादी के बाद यह पहली बार हुआ है। फिलहाल यह बंटवारा प्रशासनिक स्तर पर है जिमें लद्दाख को अलग डिवीजन बना दिया गया है। अब राज्य में जम्मू, कश्मीर और लद्दाख समेत तीन डिवीजन होंगे।
राज्य में अब दो नहीं तीन संभागीय प्रशासकीय इकाइयां होंगी। लद्दाख को शुक्रवार को राज्य सरकार ने रियासत में तीसरे संभाग का दर्जा प्रदान करते हुए इसका मुख्यालय लेह बनाया है। इससे पहले राज्य में सिर्फ दो संभागीय इकाइयां जम्मू और कश्मीर थीं। लद्दाख पहले कश्मीर संभाग का ही हिस्सा था।
राज्य सरकार द्वारा शुक्रवार (8 फरवरी) जारी एक आदेश में कहा गया है कि लद्दाख डिवीजन में लेह व कारगिल जिला होंगे। इसके साथ ही इस प्रांत के लिए अब प्रशासकीय व राजस्व डिवीजन भी अलग होंगे, जिनका मुख्यालय लेह में ही होगा। लद्दाख के लिए मंडलायुक्त लेह और महानिरीक्षक राज्य पुलिस लेह के पद भी सृजित किए गए हैं।
लद्दाख के तीसरा डिवीजन बनने से लेह और कारगिल के लोगों की विकास योजनाओं के साथ-साथ रोजमर्रा के मुद्दे आसानी से हल होंगे, वहीं भाजपा के लिए अपनी चुनावी जमीन को मजबूत करने का अवसर भी मिलेगा।जम्मू कश्मीर के तीन हिस्से जम्मू, कश्मीर और लद्दाख हैं। तीनों की भौगोलिक, भाषाई और सामाजिक परिस्थितियां भी अलग-अलग हैं। लेकिन राज्य में पहले दो ही प्रशासकीय संभाग जम्मू व कश्मीर हैं।
जम्मू संभाग में रावी दरिया से लेकर पीरपंचाल के दक्षिण का पूरा इलाका है, जबकि कश्मीर संभाग में पीरपंचाल के बाएं छोर से लेकर सियाचिन की बर्फीली चोटियां हैं। जिस तरह से पीरपंचाल कश्मीर घाटी को जम्मू संभाग से अलग करने वाली एक प्राकृतिक दीवार है, उसी तरह जोजिला दर्रा कश्मीर घाटी को लद्दाख प्रांत से अलग करने और उसे जोड़ने वाला एकमात्र संपर्क है।
इसके साथ ही योजना, विकास व निगरानी विभाग के प्रधान सचिव के नेतृत्व में एक समिति भी बनाई गई है, जो नवगठित लद्दाख डिवीजन में विभिन्न विभागों के मंडल स्तर पदों को चिन्हित करने के अलावा विभिन्न विभागों के स्टाफ की व्यवस्था, जिम्मेदारियों और कार्यालयों की जगह को भी चिन्हित करेगी।