जम्मू-कश्मीर: एलओसी पर दो घुसपैठिए मारने वाली सेना ने कहा-300 से ज्यादा आतंकी घुसपैठ को हैं तैयार
By सुरेश एस डुग्गर | Published: July 11, 2020 05:16 PM2020-07-11T17:16:22+5:302020-07-11T17:17:04+5:30
उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे हंदवाड़ा( कुपवाड़ा) के नौगाम सेक्टर में सेना के जवानों ने घुसपैठ कर रहे दो आतंकियों को मार गिराया। फिलहाल, जवानों ने मुठभेड़स्थल के आस पास के इलाके में कुछ और घुसपैठियों के छिपे होने की आशंका के आधार पर तलाशी अभियान जारी रखा हुआ है। मारे गए दोनों घुसपैठिए पाकिस्तानी मूल के लश्कर के आतंकी बताए जा रहे हैं।
जम्मू: शनिवार सुबह एलओसी पर दो घुसपैठिए आतंकियों को ढेर करने वाली भारतीय सेना के अधिकारियों ने दावा किया कि उस पार स्थित आतंकी कैंपों में 300 से अधिक घुसपैठिए इस ओर आने को तैयार बैठे हैं जिनके ‘स्वागत’ के लिए भारतीय सेना ने पूरी तैयारियां कर रखी हैं। उनका कहना था कि घुसपैठियों का स्वागत गोलियों और बमों से ही किया जाएगा।
उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे हंदवाड़ा( कुपवाड़ा) के नौगाम सेक्टर में सेना के जवानों ने घुसपैठ कर रहे दो आतंकियों को मार गिराया। फिलहाल, जवानों ने मुठभेड़स्थल के आस पास के इलाके में कुछ और घुसपैठियों के छिपे होने की आशंका के आधार पर तलाशी अभियान जारी रखा हुआ है। मारे गए दोनों घुसपैठिए पाकिस्तानी मूल के लश्कर के आतंकी बताए जा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, उस कश्मीर की तरफ से आतंकियों द्वारा घुसपैठ का प्रयास किए जाने की लगातार मिल रही सूचनाओं के आधार पर एलओसी के अग्रिम हिस्सों में चौकसी को बढ़ाते हुए सभी नाका पार्टियों को सचेत किया गया था। नौगाम सेक्टर में तूतमार गली इलाके में तैनात जवानों के एक दस्ते ने आज तड़के स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों के एक दल को गुलाम कश्मीर की तरफ से आते देखा। जवानों ने उनकी हरकतों पर नजर रखते हुए आस-पास की चौकियों को भी सूचित कर दिया।
जवानों ने मुठभेड़स्थल की तलाशी ली। इस दौरान उन्हें वहां गोलियों से छलनी दो आतंकियों के शव और उनके हथियार मिले। जवानों ने शव व उनका साजो सामान अपने कब्जे में ले लिया। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि दो घुसपैठिए मारे गए है। उनकी पहचान नहीं हो पायी है, लेकिन वह लश्कर-ए-तैयबा से जुडे हो सकते हैं। मुठभेड़स्थल पर एक जगह खून के धब्बे भी मिले हैं जो उस कश्मीर की तरफ जा रहे हैं। इनके आधार पर कहा जा सकता है कि मारे गए आतंकियों के कुछ साथी जख्मी भी हुए हैं और वह वापस भाग गए हैं या फिर वहीं कहीं आस-पास ही छिपे हो सकते हैं।
इस बीच भारतीय सेना के एक वरिष्ठ कमांडर ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लांच पैड पर करीब 300 आतंकवादी मौजूद हैं जो एलओसी को पार कर उत्तरी कश्मीर के विभिन्न इलाकों में घुसपैठ करने की फिराक में हैं।
सेना की इंफेंट्री डिविजन के जनरल आफिसर कमांडिंग मेजर जनरल वीरेंद्र वत्स ने हालांकि कहा कि एलओसी पर घुसपैठ विरोधी ग्रिड पूरी तरह तैयार एवं चौकस है। हमारे सतर्क जवान भी आतंकवादियों के घुसपैठ के किसी भी प्रयास का मुंहतोड़ जवाब देने और उन्हें नाकाम करने को लेकर सजग हैं।
मेजर जनरल वत्स ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि हमारे पास इनपुट्स हैं कि पीओके में लांचपैड पूरी तरह से भरे हुए हैं। इन लांचपैड्स में अभी मौजूद आतंकवादियों की संख्या 250 और 300 के बीच है। वे (आतंकवादी) इस तरफ घुसपैठ करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि हिमपात के कारण रास्ता बंद होने से पहले उनके पास लगभग गर्मी के के चार महीने बाकी हैं।
सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों की घुसपैठ में मदद करने के उद्देश्य से बार-बार संघर्षविराम का उल्लंघन कर भारी गोलाबारी करती रहती है। उन्होंने कहा,“यह रणनीति काम नहीं करेगी क्योंकि हमारे सैनिक किसी भी घुसपैठ के प्रयास को नाकाम करने के लिए हाई अलर्ट पर हैं।”