जम्मू कश्मीर और लद्दाख में तबाही, 7 की मौत, 40 लापता, पन बिजली परियोजना समेत कई मकान ध्वस्त
By सुरेश एस डुग्गर | Published: July 28, 2021 03:50 PM2021-07-28T15:50:07+5:302021-07-28T15:51:24+5:30
किश्तवाड़ जिले में बुधवार तड़के बादल फटने से 40 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। जिसके बाद बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है।
जम्मूः जम्मू कश्मीर और लद्दाख में रात को बादलों ने जबरदस्त तबाही मचाई है। यह तबाही कितनी थी इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बादल फटने की तीन घटनाओं में 40 के करीब जो लोग लापता हुए थे उनमें से अभी तक सिर्फ 7 के ही शव मिल पाए हैं।
कई मकान जमींदोज हो चुके हैं। एक पनबिजली परियोजना को भी क्षति पहुंची है। किश्तवाड़ जिले में बुधवार तड़के बादल फटने से 40 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। जिसके बाद बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। अभी तक 7 लोगों के शव मिल चुके हैं। जानकारी के अनुसार, बुधवार तड़के किश्तवाड़ जिले के होंजर दचान गांव में बादल फट गया।
पुलिस के दावानुसार, बचाव दल ने मलबे में दबे 7 शव बरामद किए हैं जबकि 17 घायल लोगों को बचा लिया है। अभी भी गांव के 14 लोग लापता हैं। केंद्र सरकार भी इस पूरे घटना क्रम पर नजर बनाए रखे हुए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश वासियों को किश्तवाड़ और कारगिल में बादल फटने के बाद उत्पन्न स्थिति की जानकारी अपने ट्वीटर हैंडल के जरिए देते हुए कहा कि किश्तवाड़ और कारगिल में बादल फटने के मद्देनजर केंद्र सरकार स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है। प्रभावित क्षेत्रों में हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। मैं सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं।
Central Government is closely monitoring the situation in the wake of the cloudbursts in Kishtwar and Kargil. All possible assistance is being made available in the affected areas. I pray for everyone’s safety and well-being.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 28, 2021
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए हादसे में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने लापता लोगों का जल्द से जल्द पता लगाने के लिए बचाव दल को कार्य में तेजी लाने के लिए भी कहा। यही नहीं वहीं इस घटना पर दुख जताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कांफ्रेंस के उपप्रधान उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा कि आज सुबह किश्तवाड़ से एक दुखद खबर आ रही है। उपरी इलाकों में बादल फटने से वहां अफरातफरी मच गई है।
हम प्रार्थना करते हैं कि लापता लोग सकुशल बरामद हो जाएं। जो इस हादसे में जान गवां बैठे हैं, उनकी आत्मा को शांति मिले। इस बीच लद्दाख के करगिल जिले में भी बुधवार सुबह दो गांवों में बादल फटने की सूचना मिली है। बादलों के फटने के बाद नालों में आए उफान के कारण मिनी हाडड्रोपावर स्टेशन और कुछ घरों को नुकसान पहुंचा है।
सूत्रों के अनुसार इस घटना में किसी के हताहत या घायल होने की सूचना नहीं है। साथ ही बादल फटने के कारण हाईवे पर मलवा बिछ जाने की वजह से करगिल-जंस्कार हाईवे बंद हो गया है। वहीं लद्दाख प्रशासन ने बारिश जारी रहने तक प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है।
प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पहला बादल कारगिल से लगभग 60 किलोमीटर दूर कारगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खंगराल गांव में फटा। इसके कुछ ही समय बाद कारगिल के ही सांकू डिवीजन से करीब चालीस किलोमीटर दूर जंस्कार हाईवे के पास स्थित सांगरा गांव में फटा।
तीसरी घटना उत्तरी कश्मीर के बांडीपोरा जिले के अलोसा अष्टांगू क्षेत्र की है। जहां के ऊपरी इलाके में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। गांवों के पैदल जाने के लिए रास्ते पर बना पुल पूरी तरह से बह गया है, साथ ही कृषि और बागवानी क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। वहीं क्षेत्र में फसलें भी पूरी तरह से तबाह हो गई हैं।