IAF की बमबरी के बाद बालाकोट में जैश ने फिर से खड़ा किया आतंकी शिविर, नाम बदलकर 40 जिहादियों दे रहा ट्रेनिंग
By रामदीप मिश्रा | Published: September 22, 2019 08:29 AM2019-09-22T08:29:21+5:302019-09-22T08:59:41+5:30
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और वह आंकवादियों को फिर से सह देकर भारत में साजिश रचवाने की हर कोशिश कर रहा है।
भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने करीब सात महीने पहले पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईम) के ठिकानों पर बमबारी की थी, जिसके बाद उसने फिर से नाम बदलकर अपने शिवर को पुनर्जीवित किया है, जहां वह 40 जिहादियों को जम्मू-कश्मीर और अन्य जगहों पर हमले करने के लिए प्रशिक्षित कर रहा है।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और वह आंकवादियों को फिर से सह देकर भारत में साजिश रचवाने की हर कोशिश कर रहा है। भारत ने जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देने के अनुच्छेद को अगस्त में खत्म कर दिया था राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों - जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित किया।
पाकिस्तान ने अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद भारत को निशाना बनाने वाले आतंकी समूहों पर प्रतिबंध में ढील दी है। इधर, 23 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर मुद्दे को लेकर आतंकवाद पर जोर देंगे। इस सम्मलेन में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला और अन्य लोग शामिल होंगे।
एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटेलिजेंस इनपुट से संकेत मिलें हैं कि JeM न केवल जम्मू और कश्मीर बल्कि गुजरात और महाराष्ट्र को भी एक नए नाम के तहत टारगेट कर सकता है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों को कश्मीरी मूल के आतंकवादियों का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है और इस संदर्भ में मुश्ताक ज़रगर उर्फ लाटराम के नेतृत्व वाले अल उमरार मुजाहिदीन जैसे निष्क्रिय समूहों को भी पुनर्जीवित किया जा रहा है।
पाकिस्तान पर नजर रखने वालों का कहना है कि जैश ने बहावलपुर में मरकज़ सुभान अल्लाह और मरकज़ उस्मान-ओ-अली में 50 जिहादियों के लिए 'दउरा तरबिया'पाठ्यक्रम शुरू किया है, जिसमें पेशावर और जमरूद ठिकाने कश्मीर में कार्रवाई के लिए सक्रिय हैं। दउरा तरबिया एक धार्मिक कार्यक्रम है जो एक कट्टरपंथी बनाने के लिए बनाया गया है।
भारतीय वायुसेना ने 27 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के बालाकोट में मरकज सैयद अहमद शहीद प्रशिक्षण शिविर पर बमबारी की थी। इससे पहले आतंकवादियों ने 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आत्मघाती कार बम विस्फोट किया था, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवानों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था और भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था।