जयराम रमेश ने महाराष्ट्र में हुए सत्ता परिवर्तन पर घेरा भाजपा को, बोले- "भाजपा पैसे और बाहुबल के दम पर राज्य की विपक्षी सरकारों को गिरा रही है"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 1, 2022 04:14 PM2022-07-01T16:14:53+5:302022-07-01T16:18:12+5:30
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने महाराष्ट्र की सत्ता परिवर्तन को अनैतिक बताते हुए कहा कि महाराष्ट्र में सत्ता पाने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने सारे अनैतिक हथकंडे अपनाये।
दिल्ली:महाराष्ट्र में हुए सत्ता परिवर्तन और महाविकास अघाड़ी गठबंधन के नेता उद्धव ठाकरे की मुख्यमंत्री पद से हुई विदाई के बाद कांग्रेस और एनसीपी समेत विपक्षी दलों में खासा रोष है।
महाराष्ट्र की सत्ता परिवर्तन को अनैतिक बताते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि महाराष्ट्र में सत्ता पाने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने सारे अनैतिक हथकंडे अपनाये।
राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा ने महाराष्ट्र में चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार को अस्थिर करने का काम किया है। इस मामले में उन्होंने सीधे तौर पर भाजपा को कसूरवार ठहराते हुए कहा कि भाजपा ने पैसे और बाहुबल के नग्न प्रदर्शन से राज्य सरकार पर कब्जा कर लिया है।
रमेश ने कहा, "भाजपा महाराष्ट्र की सत्ता को किसी भी कीमत पर सीधे तौर पर या फिर रिमोट कंट्रोल से हथियाना चाहती थी। महाराष्ट्र में जो हुआ वह भारतीय लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है।"
इसके साथ ही रमेश ने कहा कि साल 2014 से केंद्र में सत्ता पर काबिज होने के बाद से भाजपा का मेन एजेंडा जनता की सेवा करने की बजाय राज्यों में चुनी हुई विपक्षी सरकारों को गिराने का रहा है।
इतना ही नहीं आरोपों के साथ रमेश ने यह भी कहा कि केंद्र की सत्ता सीधे तौर पर गवर्नरों, स्पीकर्स और ईडी औऱ सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों का खुले तौर पर दुरुपयोग कर रही है।
उन्होंने कहा, "विधायकों को खरीदना इतना आम हो गया है कि वित्त मंत्री ने आज जब खरीद-फरोख्त पर जीएसटी लगाने का सुझाव दिया तो उन्होंने सच उगल दिया।"
रमेश ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "भाजपा चुनाव जीतने के लिए धनबल के दुरुपयोग से लेकर ध्रुवीकरण और हिंसा तक जा सकती है। इन तमाम हथकंडों का इस्तेमाल करने के बावजूद अगर मतदाता उन्हें खारिज कर देते हैं तो वे चुनी हुई सरकारों को गिराने की साजिश रचने लगते हैं।"
महाराष्ट्र के इतर उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश का जिक्र करते हुए जयराम रमेश ने कहा कि साल 2016 में भी बीजेपी ने इसी तरह उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार गिराई थी। पांच साल के लिए चुनी गई सरकार इंजीनियरिंग दलबदल से चार साल में अल्पमत में आ गई। उन्होंने आरोप लगाया कि उसी वर्ष अरुणाचल प्रदेश में भी यही खेल हुआ।
वहीं मणिपुर में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी 60 में से 28 सीटें जीतकर अकेली सबसे बड़ी पार्टी बन गई थी। जबकि भाजपा के पास केवल 21 सीटें थीं लेकिन राज्यपाल ने कांग्रेस को बहुमत साबित करने का मौका ही नहीं दिया।
मणिपुर और उत्तराखंड के बाद रमेश ने बिहार का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा ने साल 2017 में इसी रणनीति को बिहार में भी अंजाम दिया था। भाजपा ने अनैतिक रूप से 20 महीने तक चली 'महागठबंधन' सरकार को गिरा दिया था। इसके अलावा साल 2019 में भाजपा ने कर्नाटक में भी कांग्रेस-जेडीएस सरकार को भी अनैतिक तौर पर गिराने का काम किया था।