पीएम मोदी के 'मन की बात' की 100वीं कड़ी पर बोले जयराम रमेश- "अडानी, चीन मुद्दे पर मौन की बात..."
By मनाली रस्तोगी | Published: April 25, 2023 12:31 PM2023-04-25T12:31:34+5:302023-04-25T12:32:34+5:30
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' पर निशाना साधते हुए कहा कि अडानी, चीन, सत्यपाल मलिक के खुलासों, MSME की बर्बादी और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चुप्पी साधी हुई है।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' पर निशाना साधते हुए कहा कि अडानी, चीन, सत्यपाल मलिक के खुलासों, MSME की बर्बादी और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चुप्पी साधी हुई है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "30 अप्रैल को होने जा रहे 'मन की बात' के 100वें एपिसोड की सूचना को फैलाने के लिए पीएम की शक्तिशाली पीआर मशीन ओवरटाइम कर रही है।"
उन्होंने आगे लिखा, "इस बीच 'मौन की बात' है- अडानी, चीन, सत्यपाल मलिक के खुलासों, MSME की बर्बादी और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चुप्पी।" 30 अप्रैल को पीएम मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' की 100वीं कड़ी प्रसारित की जाएगी, जिस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) देश भर के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 100 कार्यक्रम आयोजित करेगी।
30 अप्रैल को होने जा रहे 'मन की बात' के 100वें एपिसोड की सूचना को फ़ैलाने के लिए PM की शक्तिशाली PR मशीन ओवरटाइम कर रही है। इस बीच 'मौन की बात' है — अडानी, चीन, सत्यपाल मलिक के खुलासों, MSME की बर्बादी और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चुप्पी।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) April 25, 2023
इसे खास बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने एक योजना बनाई है। पार्टी ने केंद्रीय मंत्रियों, लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को निर्वाचन क्षेत्र सौंपे हैं। सांसदों को अपने संसदीय क्षेत्रों में रहने की सलाह दी गई है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित पार्टी के शीर्ष नेता उन नेताओं में शामिल होंगे जो दिन में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
केंद्र सरकार विशेष अवसर को चिह्नित करने के लिए 100 रुपये के सिक्के जारी करेगी। रेडियो के माध्यम से नागरिकों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनूठे और सीधे संवाद मन की बात के अब तक 99 एपिसोड पूरे हो चुके हैं। यह स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, जल संरक्षण, वोकल फॉर लोकल आदि जैसे सामाजिक परिवर्तनों की उत्पत्ति, माध्यम और प्रवर्तक रहा है।