नई दिल्ली: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा के दौरान 'बच्चों का दुरुपयोग' कर कानून का उल्लंघन कर रही है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसे 'पूरी तरह से झूठ' बताया। उन्होंने कहा कि एनसीपीसीआर के प्रवक्ता 'उन लोगों के नक्शेकदम पर चल रहे हैं जो उन्हें बताते हैं कि क्या करना है'।
एनसीपीसीआर ने कही ये बात
एनसीपीसीआर के प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया था, "कांग्रेस का जवाहर बाल मंच 'बच्चे जोड़ो' अभियान चला रहा है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में बच्चों को संगठित तरीके से शामिल किया जा रहा है। कांग्रेस बच्चों का दुरुपयोग कर कानून का उल्लंघन कर रही है। हमने चुनाव आयोग को कार्रवाई के लिए लिखा है।" इसी क्रम में जयराम रमेश ने जवाब दिया।
क्या बोले जयराम रमेश?
ऐसे में उन्होंने मंगलवार को ट्वीट करते हुए लिखा, "यह पूरी तरह से झूठ है, किसी सांविधिक निकाय के मुखिया से इसकी उम्मीद नहीं की जाती है, यहां तक कि उसके आरएसएस/बीजेपी लिंक भी दिए गए हैं। जाहिर है, वह उन लोगों के नक्शेकदम पर चल रहा है जो उसे बताते हैं कि उसे क्या करना है। हमने एनसीपीसीआर की फर्जी शिकायत पर चुनाव आयोग को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा है।"
यात्रा में बच्चों के 'दुरुपयोग' को लेकर शुरू हुआ विवाद
यात्रा के दौरान बच्चों के 'दुरुपयोग' को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब बाल अधिकार निकाय ने चुनाव आयोग से राहुल गांधी और उनकी पार्टी के खिलाफ जांच करने और पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा में 'बच्चों को राजनीतिक उपकरण के रूप में दुरुपयोग' करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा था। सोमवार को कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की और बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जनप्रतिनिधित्व कानून का कोई उल्लंघन नहीं किया गया और बच्चों को चुनाव प्रचार के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया।
कांग्रेस ने शीर्ष बाल अधिकार निकाय एनसीपीसीआर की उसके खिलाफ शिकायत को 'बेबुनियाद' और 'निराधार' करार दिया। जयराम रमेश ने चुनाव आयोग को बताया कि केवल एक पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई थी और राहुल गांधी ने पुरस्कार वितरण समारोह में भाग लिया था। राहुल गांधी बच्चों को पार्टी के लिए वोट करने के लिए नहीं कह रहे हैं।