संवैधानिक कर्त्तव्यों का अनुपालन करके ही एक आदर्श समाज और राष्ट्र का निर्माण संभव : बिरला
By भाषा | Updated: December 26, 2020 20:14 IST2020-12-26T20:14:45+5:302020-12-26T20:14:45+5:30

संवैधानिक कर्त्तव्यों का अनुपालन करके ही एक आदर्श समाज और राष्ट्र का निर्माण संभव : बिरला
नयी दिल्ली, 26 दिसंबर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को कहा कि हम सब अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हैं लेकिन हमारे कुछ संवैधानिक कर्त्तव्य भी हैं जिसका अनुपालन करके ही एक आदर्श समाज और राष्ट्र का निर्माण संभव है ।
महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के 5वें दीक्षांत समारोह को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए बिरला ने कहा हमारे प्रधानमंत्री ने ‘नो योर कंस्टीट्यूशन’के रूप में केवाईसी को नया अर्थ दिया है और पूरे समाज का, विशेषकर छात्र वर्ग और युवा वर्ग का दायित्व है कि वह संविधान और इसके प्रावधानों के प्रति जागरूकता का प्रचार प्रसार करें।
संविधान में उल्लेखित मूल कर्तव्यों का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ हम सभी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हैं परन्तु हमारे कुछ संवैधानिक कर्त्तव्य भी हैं। हम जब तक इन कर्तव्यों का अनुपालन सुनिश्चित नहीं करेंगे, एक आदर्श समाज और राष्ट्र का निर्माण असंभव है।"
लोकसभा सचिवालय की विज्ञप्ति के अनुसार, बिरला ने छात्रों से कहा कि आपकी शिक्षा आपकी मातृभूमि का ऋण है जिसे आप अपने-अपने क्षेत्रों में देशसेवा कर के चुका सकते हैं।
उन्होंने युवाओं से नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने का आह्वान करते हुंए कहा " आप अपने मन में रचनात्मक विचार और आत्मविश्वास लेकर आगे बढ़ें। आप विश्व और देश के इतिहास का अध्ययन करें। अनादिकाल से आज तक मानव जाति ने अभूतपूर्व प्रगति की है।’’
बिरला ने महाराजा गंगा सिंह को स्मरण करते हुए कहा कि वे आधुनिक सुधारवादी और भविष्यद्रष्टा थे।
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