Union Budget 2023: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बजट को बताया ‘जनविरोधी’ और ‘अवसरवादी’
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 1, 2023 08:24 PM2023-02-01T20:24:34+5:302023-02-01T20:24:34+5:30
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आयकर स्लैब में बदलाव से किसी की मदद नहीं होगी। इस बजट में आशा की कोई किरण नहीं है। यह एक काला बजट है। यह बजट झूठ और फर्जी दावों से भरा है। मुझे आधा घंटा दीजिए और मैं आपको दिखाऊंगी कि गरीबों के लिए बजट कैसे तैयार किया जाता है।’’
बोलपुर: केंद्रीय बजट को ‘‘जनविरोधी’’ और ‘‘अवसरवादी’’ करार देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि गरीबों को इससे कोई फायदा नहीं होगा। बीरभूम जिले के बोलपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि आयकर स्लैब में बदलाव से किसी की मदद नहीं होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘यह केंद्रीय बजट भविष्यवादी नहीं, बल्कि पूरी तरह से अवसरवादी, जनविरोधी और गरीब विरोधी है। यह केवल एक वर्ग के लोगों को लाभान्वित करेगा। यह बजट देश में बेरोजगारी के मुद्दे को हल करने में मदद नहीं करेगा। इसे वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आयकर स्लैब में बदलाव से किसी की मदद नहीं होगी। इस बजट में आशा की कोई किरण नहीं है। यह एक काला बजट है। यह बजट झूठ और फर्जी दावों से भरा है। मुझे आधा घंटा दीजिए और मैं आपको दिखाऊंगी कि गरीबों के लिए बजट कैसे तैयार किया जाता है।’’ बनर्जी ने कहा कि जब उनकी सरकार अपना बजट तैयार करती है तो वह गरीबों के मुद्दों को ध्यान में रखती है। उन्होंने दावा किया कि केंद्र नकदी की कमी का सामना कर रहा है।
It’s an anti-poor budget & not futuristic. It is a total opportunistic budget. Amid skyrocketing inflation, what is the benefit of exempting income tax? There is no proposal for the unemployed people in the budget: West Bengal CM Mamata Banerjee on #UnionBudget2023pic.twitter.com/cbDVtTfE8s
— ANI (@ANI) February 1, 2023
बनर्जी ने कहा, ‘‘केंद्र के भंडार सूख गए हैं, लेकिन वे गिरते सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।’’ केंद्रीय एजेंसियों द्वारा तलाशी, छापे को लेकर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय एजेंसियों की भूमिका देश की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। मैंने सुना है कि पूरे देश में छापे मारे जा रहे हैं। क्या इसलिए कि आपके पास अब पैसा नहीं बचा है?’’
(इनपुट एजेंसी)