‘ऐसा महसूस हुआ जैसे मेरे पिता की मौत हो गई हो’, वायनाड त्रासदी पर बोले राहुल गांधी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 1, 2024 19:03 IST2024-08-01T18:43:42+5:302024-08-01T19:03:51+5:30
राहुल गांधी, उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और एआईसीसी महासचिव और अलप्पुझा के सांसद केसी वेणुगोपाल आज सुबह वायनाड पहुंचे।

‘ऐसा महसूस हुआ जैसे मेरे पिता की मौत हो गई हो’, वायनाड त्रासदी पर बोले राहुल गांधी
वायनाड (केरल): कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि केरल के वायनाड में भूस्खलन से हुई तबाही को देखना दर्दनाक है। अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र का दौरा करने वाले गांधी ने कहा कि उन्हें वैसी ही भावनाएं महसूस हो रही हैं जैसी 1991 में उनके पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मृत्यु के समय हुई थीं।
गांधी ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, "यह वायनाड, केरल और देश के लिए एक भयानक त्रासदी है। हम यहां स्थिति देखने आए हैं। यह देखना दुखद है कि कितने लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों और अपने घरों को खो दिया है। हम मदद करने की कोशिश करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि बचे लोगों को उनका हक मिले।" पत्रकारों से बातचीत के दौरान राहुल गांधी भावुक हो गए।
राहुल गांधी ने कहा, "आज मुझे वैसा ही महसूस हो रहा है जैसा मेरे पिता (राजीव गांधी) के निधन पर हुआ था। यहां लोगों ने न केवल अपने पिता को खोया है, बल्कि एक पूरा परिवार खोया है। हम सभी इन लोगों के प्रति सम्मान और स्नेह के ऋणी हैं। पूरे देश का ध्यान वायनाड की ओर है।"
It is a terrible tragedy for Wayanad, Kerala, and the nation. We have come here to assess the situation. It is painful to see how many people have lost family members and their homes. We will try to help and ensure that the survivors receive what they are due. Many of them want… pic.twitter.com/jY2hBAtgSA
— Congress (@INCIndia) August 1, 2024
राहुल गांधी, उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और एआईसीसी महासचिव और अलप्पुझा के सांसद केसी वेणुगोपाल आज सुबह वायनाड पहुंचे। उन्होंने भूस्खलन प्रभावित चूरलमाला क्षेत्र और मेप्पाडी में एक अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया।
गौरतलब है कि 30 जुलाई की सुबह वायनाड के मुंडक्कई और चूरलमाला में भारी भूस्खलन हुआ, जिससे भारी तबाही हुई। इस त्रासदी में करीब 250 लोग मारे गए और 200 से ज़्यादा घायल हुए हैं। बचाव दल लापता लोगों का पता लगाने के लिए समय से पहले ही काम कर रहे हैं।