ISRO इस साल अंतरिक्ष में भेजेगा 5 सैन्य उपग्रह, भारतीय सेना और होगी मजबूत, दुश्मनों पर रख सकेगी कड़ी नजर
By रामदीप मिश्रा | Published: April 4, 2019 08:59 AM2019-04-04T08:59:27+5:302019-04-04T10:45:05+5:30
इसरो नई रिसैट श्रृंखला के चार उपग्रहों और एक उन्नत कार्टोसैट-3 उपग्रह लॉन्च करने वाला है। बता दें, साल 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और इस साल बालाकोट में पाकिस्तान के जैश कैंप पर हवाई हमले की योजना बनाने के लिए पुराने रिसैट सीरीज के उपग्रह द्वारा भेजी गई तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया था।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) अभी हाल ही में एंटी सैटेलाइट वेपन (ए-सेट) के जरिये एक सैटेलाइट को निशाना बनाया और मिशन 'शक्ति' को सफलता पूर्वक पूरा किया। वहीं, इसी कड़ी में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) इस साल उन्नत किस्म के उपग्रहों का प्रक्षेपण करने के लिए कमर कस रहा है, जोकि सुरक्षा बलों के निगरानी तंत्र को मजबूत करेगा और देश की 'देश के सामरिक संपदा' को बढ़ावा देगा।
टीओई की खबर के अनुसार, इसरो नई रिसैट श्रृंखला के चार उपग्रहों और एक उन्नत कार्टोसैट-3 उपग्रह लॉन्च करने वाला है। बता दें, साल 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और इस साल बालाकोट में पाकिस्तान के जैश कैंप पर हवाई हमले की योजना बनाने के लिए पुराने रिसैट सीरीज के उपग्रह द्वारा भेजी गई तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया था।
अतीत में अंतरिक्ष एजेंसी ने एक या दो सैन्य उपग्रहों को एक वर्ष में लॉन्च किया था, लेकिन पाकिस्तान बॉर्डर पर बढ़े तनाव और चीन नौसेना की हिंद महासागर में बढ़ी गतिविधियों के बीच अंतरिक्ष ऐजेंसी ने अपना नजरिया बदलते हुए स्पेस में भारत को मजूबत करने पर फोकस किया है।
इसरो प्रमुख के सिवन का कहना है कि हम सितंबर में जियो-इमेजिंग सैटेलाइट-1 (जीसैट 1) और जीसैट-2 की एक नई श्रृंखला नवंबर में शुरू करने जा रहे हैं। जीसैट में जियो-इमेजर के साथ-साथ मल्टी स्पेक्ट्रल, मल्टी रेजॉल्यूशन इमेजिंग इंस्ट्रूमेंट्स लगे होंगे, जोकि भारत के लैंड मैपिंग की क्षमता को बढ़ाएंगे। जीसैट सैन्य और नागरिक दोनों के उपयोग के लिए हैं।
बताया गया है कि अभी तक पुराने इमेजिंग सैटेलाइट से 22 दिनों में केवल एक बार किसी विशेष क्षेत्र को देखा जा सकता है, लेकिन जीसैट के साथ ऐसा नहीं है और इससे सेना हर दूसरे दिन एक क्षेत्र को स्कैन या मैप कर सकती है। यह सैटेलाइट बादल नहीं रहने पर यानि मौसम साफ रहने के दौरान देश के बड़े इलाके की पिक्चर मुहैया कराएगा।