मिशन चंद्रयान-3 को सरकार की मंजूरी, गगनयान के लिए जल्द शुरू होगा प्रशिक्षणः इसरो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 1, 2020 03:23 PM2020-01-01T15:23:33+5:302020-01-01T15:23:33+5:30
इसरो प्रमुख के सिवन ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत के अंतरिक्ष मिशन से जुड़े कई बड़े ऐलान किए। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने मिशन चंद्रयान-3 को मंजूर कर दिया है। इसके अलावा गगनयान के लिए जल्द ही प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा।
भारत सरकार ने चंद्रयान-3 मिशन को मंजूरी दे दी है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष डॉ के. सिवन ने बुधवार को कहा, "केंद्र सरकार ने चंद्रयान-3 को मंजूरी दे दी है और इस परियोजना पर काम शुरू कर दिया गया है। दूसरे स्पेसपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण पर काम भी शुरू कर दिया गया है। यह पोर्ट तमिलनाडु के तलुकुडी में बनाया जएगा।'
गगनयान के लिए प्रशिक्षण जल्द
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को कहा कि महत्वाकांक्षी ‘गगनयान’ मिशन के लिए अंतरिक्षयात्रियों को प्रशिक्षण देने की शुरुआत रूस में जनवरी के तीसरे सप्ताह से की जाएगी। इसरो प्रमुख के.सिवन ने बताया कि इस मिशन के लिए चार अंतरिक्षयात्रियों को चुना गया है और उनका प्रशिक्षण इस महीने के तीसरे सप्ताह से रूस में शुरू होगा। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि चंद्रयान-3 और गगनयान से जुड़ा कार्य साथ-साथ चल रहा है।
विस्तार पर रहेगा फोकस
इसरो प्रमुख के. सिवन ने कहा, "2019 में मुख्य रूप से हमारी रणनीति कार्यक्रम विस्तार की थी, हम क्षैतिज रूप से इसरो का विस्तार करना चाहते थे। 2019 में अपनाई गई दूसरी रणनीति का लक्ष्य कार्यक्रम की क्षमता को बढ़ाना था। तीसरा लक्ष्य इसरो में शारीरिक रूप से किए गए कार्यों में कमी करने पर आधारित था। हमने ज्ञान सलाहकार समिति का भी गठन किया है।"
ISRO chief K Sivan: We have made good progress on Chandrayan-2, even though we could not land successfully, the orbiter is still functioning, its going to function for the next 7 years to produce science data pic.twitter.com/6tw683HTnk
— ANI (@ANI) January 1, 2020
इसरो के अध्यक्ष ने कहा, "लॉन्च की संख्या बढ़ाने के लिए एक दूसरे वाहन भवन का भी उद्घाटन किया गया है। इसके साथ-साथ इसरो अपनी क्षैतिज गतिविधियों का विस्तार बड़े ही संवेदनशीलता के साथ कर रहा है। हम इसरो में दो सप्ताह तक हाई स्कूल के विद्यार्थियों को अंतरिक्ष, विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर प्रशिक्षित करने लिए लाए हैं। हमारे द्वारा शुरू की गई एक और प्रमुख गतिविधि यह है कि हम चाहते हैं कि PSLV का उत्पादन इंडस्ट्री द्वारा किया जाए।"
समाचार एजेंसी एएनआई और पीटीआई भाषा से इनपुट्स लेकर