ISIS की पत्रिका ने कर्नाटक के मुरुदेश्वर शिव प्रतिमा की छापी खंडित तस्वीर, कवर पर लिखा- 'यह झूठे देवताओं को तोड़ने का समय है
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 23, 2021 04:49 PM2021-11-23T16:49:18+5:302021-11-23T17:12:59+5:30
कवर पर भगवान शिव की तस्वीर है जिनके सिर की जगह ISIS का फहराता हुआ झंडा दिखाया गया है। पत्रिका यह ताजा अंक सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ।
कर्नाटकः ISIS की पत्रिका 'वॉयस ऑफ हिंद' ने भगवान शिव की सिर कटे डिजिटल तस्वीर के साथ अपना नया अंक जारी किया है। इसके कवर पर भगवान शिव की खंडित तस्वीर (डिजिटल) छापी गई है जिसके नीचे लिखा है "यह झूठे देवताओं को तोड़ने का समय है"।
कवर पर भगवान शिव की तस्वीर में सिर की जगह ISIS का फहराता हुआ झंडा दिखाया गया है। पत्रिका का यह अंक सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ। लोगों ने इस तस्वीर को साझा कर सरकार से कर्नाटक के मुरुदेश्वर शिव मंदिर की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। क्योंकि कवर पर जो तस्वीर छापी गई है वो इसी मंदिर के शिवमूर्ति से मिलती-जुलती है।
कर्नाटक के कुमाता से भाजपा विधायक दिनकर केशव शेट्टी ने छवि की तरफ ध्यान दिलाया है। उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर तस्वीर साझा करते हुए सरकार से उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया। शेट्टी ने कन्नड़ में अपने पोस्ट में लिखा, 'सोशल मीडिया के जरिए मेरे संज्ञान में आया है कि आतंकी संगठन आईएसआईएस की एक पत्रिका 'वॉयस ऑफ हिंद' ने मुर्देश्वर मंदिर की शिव प्रतिमा को नष्ट करने की घोषणा की है। हिंदू मंदिरों की सुरक्षा और विकास हमारी पार्टी के प्रमुख सिद्धांतों में से हैं। हमारा रक्षा विभाग इस तरह की धमकियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूत और सशक्त है। फोन के जरिए गृह मंत्री को पहले ही सूचना भेज दी गई है और जल्द ही मुर्देश्वर मंदिर में अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।
वॉयस ऑफ हिंद के खिलाफ भारत सरकार की कार्रवाई
फरवरी 2020 में एक ISIS समर्थक मीडिया आउटलेट और जुनुदुल खिलाफ़ अल-हिंद, अल-किताल मीडिया सेंटर ने 'वॉयस ऑफ़ हिंद' पत्रिका लॉन्च की थी। द प्रिंट में सितंबर 2021 की एक रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कहा कि यह पत्रिका पाकिस्तान और बांग्लादेश में एक 'कॉल सेंटर टाइप सेटअप' में बनाई जा रही थी।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 'वॉयस ऑफ हिंद' पत्रिका (जिसका मकसद प्रभावशाली युवाओं को उकसाना और कट्टरपंथी बनाना है) के प्रकाशन और आईईडी की बरामदगी के संबंध में जम्मू-कश्मीर में 16 जगहों पर छापेमारी की: राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA)
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 10, 2021
गौरतलब है कि इसी साल के अक्टूबर महीने में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 'वॉयस ऑफ हिंद' पत्रिका (जिसका मकसद प्रभावशाली युवाओं को उकसाना और कट्टरपंथी बनाना है) के प्रकाशन और आईईडी की बरामदगी के संबंध में जम्मू-कश्मीर में 16 जगहों पर छापेमारी की थी। जुलाई 2021 में, एनआईए ने अनंतनाग से तीन लोगों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान उमर निसार, तनवीर अहमद भट और रमीज अहमद लोन के रूप में हुई, जिन पर युवाओं के बीच प्रचार सामग्री एकत्र करने और प्रसारित करने का आरोप लगाया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक पत्रिका का कंटेंट मालदीव और बांग्लादेश में तैयार किया जाता है जिसका संपादन पाकिस्तान से होता है।