हो जाइये तैयार, पांच पूर्वोत्तर राज्य घूमिए, विशेष पर्यटक ट्रेन शुरू, जानिए क्या है किराया और टाइम टेबल
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 3, 2021 10:07 PM2021-10-03T22:07:43+5:302021-10-03T22:10:09+5:30
आईआरसीटीसी के एक अधिकारी के मुताबिक देश के उत्तर पूर्वी राज्य में पहली बार एक विशेष पर्यटक ट्रेन चलाने की योजना बनाई है।
नई दिल्लीः इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) 'देखो अपना देश' पहल के तहत पांच पूर्वोत्तर राज्यों की सैर के लिए एक विशेष पर्यटक ट्रेन शुरू करेगी। 14 रात और 15 दिन की स्पेशल ट्रेन यात्रियों को भीड़ भाड़ से दूर लेकर जाएंगी।
पूर्वोत्तर भारत के पांच प्रमुख राज्यों को कवर करेगी
एसी डीलक्स टूरिस्ट ट्रेन में यात्रा करने के लिए तैयार रहें। आईआरसीटीसी के एक अधिकारी के मुताबिक देश के उत्तर पूर्वी राज्य में पहली बार एक विशेष पर्यटक ट्रेन चलाने की योजना बनाई है। यह यात्रा दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से शुरू होगी और पूर्वोत्तर भारत के पांच प्रमुख राज्यों को कवर करेगी।
ट्रेन 26 नवंबर को दिल्ली सफदरजंग स्टेशन से रवाना होगी
असम में गुवाहाटी, काजीरंगा और जॉनहार्ट, अरुणाचल प्रदेश में ईटानगर, नागालैंड में कोहिमा, त्रिपुरा में ऊना कोटि, अगरतला और उदयपुर, शिलांग और जैसे गंतव्य शामिल हैं। मेघालय में चेरापूंजी भी है। पर्यटक इस ट्रेन में दिल्ली सफदरजंग, गाजियाबाद, टूंडला, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी और पटना रेलवे स्टेशनों पर सवार हो सकते हैं। ट्रेन 26 नवंबर को दिल्ली सफदरजंग स्टेशन से रवाना होगी।
टूर को हर तरह के यात्रियों की रुचि को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। एडवेंचर का पूरा मजा देने के लिए असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में जंगल सफारी और मेघालय के रूट ब्रिज पर एक ट्रैक पैकेज में शामिल है। आईआरसीटीसी के अधिकारी ने कहा कि इस ट्रेन में यात्रियों को गुवाहाटी, असम में कामाख्या मंदिर और त्रिपुरा के त्रिपुर सुंदरी मंदिर के दर्शन करने का भी मौका मिलेगा।
असम में चाय बागानों के भ्रमण की भी योजना
अधिकारी के अनुसार, प्रकृति प्रेमियों के लिए ब्रह्मपुत्र नदी पर भ्रमण और असम में चाय बागानों के भ्रमण की भी योजना बनाई गई है। इतिहास के प्रति उत्साही लोग उना कोटि की मूर्तियों और त्रिपुरा के उज्जयंता पैलेस और नीरमहल पैलेस में जाकर मजे कर सकते हैं।
आईआरसीटीसी के मुताबिक, 2 एसी के लिए टूर प्राइस 85,495 रुपये प्रति व्यक्ति और 1 एसी के लिए 1,02,430 रुपये प्रति व्यक्ति से शुरू होता है। एलटीसी सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। यात्रियों को स्वादिष्ट भोजन, वातानुकूलित बसों द्वारा पर्यटन स्थलों का भ्रमण, डीलक्स होटलों में आवास, एक गाइड और बीमा जैसी अन्य सुविधाओं के साथ डीलक्स श्रेणी की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
वैक्सीन की दोनों खुराक लेना अनिवार्य होगा
यात्रा को बुक करने के लिए प्रत्येक यात्री को COVID वैक्सीन की दोनों खुराक लेना अनिवार्य होगा। भारत-दर्शन भारतीय रेल और पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय की एक संयुक्त परियोजना है, जो समय-समय पर दुनिया के सबसे आरामदायक टूर पैकेजों का आयोजन करती है। इसका उद्देश्य देश के विभिन्न हिस्सों की संस्कृति से उन लोगों को परिचित कराना है जो किसी कारणवश पर्यटन से वंचित हैं।
रेलवे ने गत पांच साल में 813 नयी रेलगाडियों की शुरुआत की : आरटीआई
भारत सरकार द्वारा वर्ष 2016 में रेल बजट को आम बजट के साथ मिलाने और राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर के एक बार में नयी रेलगाड़ियों की घोषणा की परंपरा को समाप्त करने बाद से अब तक रेलवे ने करीब 800 नयी रेलगाड़ियां चलाई है।यह खुलासा सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मिले जवाब में हुआ है।
मध्य प्रदेश के रहने वाले चंद्र शेखर गौड़ के आरटीआई आवेदन पर रेलवे बोर्ड द्वारा दिए गए जवाब के मुताबिक वर्ष 2020-21 में कोविड-19 महामारी के चलते कोई नयी रेलगाड़ी नहीं चलाई क्योंकि इसकी वजह से सामान्य सेवाओं को भी स्थगित करना पड़ा था।
रेलवे बोर्ड द्वारा दिए गए जवाब के अनुसार रेलवे ने वित्तवर्ष 2020-21 में कोई नयी ट्रेन नहीं चलाई। लेकिन वर्ष 2019-20 में 144, वर्ष 2018-19 में 266, वर्ष 2017-18 में 170 और वर्ष 2016-17 में 223 नयी रेलगाड़ियों का परिचालन शुरू किया। तत्कालीन रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने वर्ष 2015-16 का रेल बजट पेश करते हुए एक भी नयी रेलगाड़ी शुरू करने या मौजूदा रेलगाड़ियों की सेवा का विस्तार करने की घोषणा नहीं की थी। हालांकि, उनके पूर्ववर्ती डीवी सदानंद गौड़ा ने वर्ष 2014-2015 का रेल बजट पेश करते हुए पांच जन साधारण, पांच प्रीमियम और छह वातानुकूलित रेलगाड़ी, 27 नयी एक्सप्रेस रेलगाड़ी, आठ सवारी गाड़ी, पांच डेमू और छह मेमू चलाने की घोषणा की थी।
पारंपरिक रूप से रेल बजट का इसलिए इंतजार किया जाता था क्योंकि उसमें नयी रेलगाड़ियों की घोषणा की जाती थी, खासतौर पर उन राज्यों द्वारा जहां पर केंद्र शासित पार्टी की सरकार होती थी। रेलवे अधिकारी ने बताया, ‘‘नयी रेलगाड़ियों की घोषणा अकसर राजनीतिक कारणों से की जाती थी। अब चीजों को तार्किक किया है और नयी रेलगाड़ियों की तब घोषणा की जाती है जब उनकी जरूरत होती है।’’
गौरतलब है कि वर्ष 2011-12 के रेल बजट में तत्कालीन रेलमंत्री ममता बनर्जी ने 56 नयी रेलगाड़ियों की घोषणा की थी और वर्ष2012-13 के बजट में 72 नयी रेलगाड़ियों का ऐलान किया गया था। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि अगस्त 2023 तक आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर रेलवे 75 नयी वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत करेगा।