नवजात शिशुओं के उपचार में विशेष गंभीरता बरतने के निर्देश
By भाषा | Updated: December 10, 2020 20:14 IST2020-12-10T20:14:37+5:302020-12-10T20:14:37+5:30

नवजात शिशुओं के उपचार में विशेष गंभीरता बरतने के निर्देश
जयपुर, 10 दिसम्बर राजस्थान के चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने राज्य के सभी मेडिकल कालेज के प्राचार्यों को नवजात शिशुओं के उपचार में विशेष गम्भीरता बरतने के निर्देश दिए हैं।
एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, डॉ. शर्मा ने कोटा के जे.के.लोन अस्पताल में नौ शिशुओं की मौत की सूचना मिलते ही स्थानीय प्राचार्य व प्रशासनिक अधिकारियों को घटना की शुरुआती जांच कर तत्काल रिपोर्ट मांगी। उन्होंने कोटा मेडिकल कालेज के प्राचार्य से भी इस बारे में रिपोर्ट मांगी।
प्रवक्ता के अनुसार, इस रिपोर्ट में जिन नौ शिशुओं की मौत बताई जा रही है उनमें से तीन नवजात शिशु मृत अवस्था में लाये गये थे, जबकि तीन नवजातों की मृत्यु जन्मजात बीमारी के कारण हुई है। वहीं चिकित्सकों के अनुसार तीन नवजातों की मौत सीओटी के कारण हुई है। शिशु रोग विषेषज्ञों के अनुसार, बच्चे को घुटन की स्थिति में, दूध पिलाते समय हुई गलती सहित अन्य कारणों को सीओटी के कारण मृत्यु माना जाता है।
चिकित्सा मंत्री ने अस्पताल प्रशासन को नवजात शिशुओं की समुचित देखभाल सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि उपचार में लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
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