बेंगलुरु: मल्टिनेशनल सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस ने कोरोना वायरस का संदेह होने पर बेंगलुरु में अपनी एक बिल्डिंग को खाली कर दिया है। संबंधित अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि इंफोसिस ने बेंगलुरु में काम कर रहे एक कर्मचारी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के संदेह के बाद बिल्डिंग को खाली कराया है।
बताते चलें कि बेंगलुरु में साल 1990 के बाद से इंफोसिस की एक दर्जन से अधिक बिल्डिंग हैं। जिनमें डेवलेपमेंट सेंटर्स और कॉर्पोरेट हाउस के साथ-साथ सभी इमारतों का लंबा-चौड़ा परिसर है। बेंगलुरु में आईटी कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी गुरुराज देश पांडे ने ई-मेल सभी कर्मचारियों से कहा, यह केवल हमारे कर्मचारियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए है और सुरक्षा के लिए पूरे परिसर की सफाई कराई जाएगी।" उन्होंने कर्मचारियों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किया है और साथ ही सावधानी बरतने की सलाह भी दी है।
बताते चलें कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 82 हो गई है। दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण से हुई 68 वर्षीय एक महिला की मौत देश में इस रोग से हुई दूसरी मौत है। वहीं, तेजी से फैल रहे इस वायरस को रोकने के लिए कई राज्यों ने स्कूलों, कॉलेजों, सिनेमाघरों को बंद कर दिया है और ज्यादातर सार्वजनिक कार्यक्रम भी रद्द कर दिये गये हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार रात से अभी तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण के और आठ मामलों की पुष्टि हुई है।
वहीं पूरी दुनिया की बात करें तो 118 देशों में इस महामारी से अभी तक 5,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 1.31 लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं। लेकिन यह स्वास्थ्य आपातकाल नहीं है और घबराने की जरुरत नहीं है। भारत ने अभी तक मालदीव, अमेरिका, मेडागास्कर और चीन समेत कई प्रभावित क्षेत्रों से कुल 1,031 लोगों को बाहर निकाला है। केन्द्र ने तय किया है कि सीमा पर बने 37 जांच चौकियों में से महज 19 पर आवाजाही की अनुमति होगी और अगले आदेश तक भारत-बांग्लादेश यात्री ट्रेनें और बसें 15 अप्रैल तक नहीं चलेंगी। अधिकारियों ने बताया कि समूचे देश में 42,000 लोगों को सामुदायिक निगरानी में रखा गया है।