ठळक मुद्देइंदौर में बुधवार को दो अस्पतालों से कोरोना के 54 मरीजों को सफल उपचार के पश्चात डिस्चार्ज किया गया। डिस्चार्ज किये गये मरीजों में 90 साल के बुजुर्ग भी शामिल है।
इंदौर: इंदौर में बुधवार को दो अस्पतालों से कोरोना के 54 मरीजों को सफल उपचार के पश्चात डिस्चार्ज किया गया। डिस्चार्ज किये गये मरीजों में 90 साल के बुजुर्ग भी शामिल है। अरविंदो हॉस्पिटल से कोरोना को 90 साल के उम्र में परास्त करने वाले योद्धा राम दूलारे सिंह (परिवर्तित नाम) का कहना है कि मुझे आज बहुत खुशी हो रही है कि मैं कोरोना को परास्त कर अपने घर जा रहा हूं। उन्होंने कोरोना से निपटने के लिये किये जा रहे प्रबंधों के लिये धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि कोरोना को भगाने में प्रदेश सक्षम हो रहा है। जब यह बुजुर्ग अस्पताल से घर जाने के लिए बाहर आए तो चिकित्सकों और अन्य स्टॉफ ने उनका सम्मान पुष्पों के साथ किया और आरती उतारी तथा तिलक लगाकर श्रीफल भेंट किया। आत्मीयता के इन क्षणों ने सबको आत्म विभोर कर दिया। डिस्चार्ज हुये मरीजों में अधिकतर महिला मरीज थीं। इनमें से कुछ महिलायें अपने दूधमुँहे बच्चों को साथ लेकर घर के लिये रवाना हुयीं। दो कैदी भी हुये डिस्चार्जएमआरटीबी हॉस्पिटल से आज तीन मरीज डिस्चार्ज हुये, इनमें दो कैदी भी थे। आज उन्हें डिस्चार्ज कर वापस बंदीगृह पहुंचाया गया। डिस्चार्ज होकर घर लौटने वाले एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि, अस्पताल में हर स्तर पर मेंटेनेंस बहुत अच्छा है। यहां पर डॉक्टर एवं स्टाफ ने उनकी बहुत सेवा की एवं समय पर खाना-पीना, दवा आदि उपलब्ध कराया।
रेड जोन में शामिल इंदौर में 31 मई के बाद भी लागू रहेंगे प्रतिबंधात्मक आदेश
देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में प्रशासन हालांकि लॉकडाउन के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में लगातार छूट दे रहा है। लेकिन उसका कहना है कि महामारी के संक्रमण को रोकने के लिये खासकर शहरी सीमा में कर्फ्यू और अन्य प्रतिबंधात्मक आदेश 31 मई के बाद भी लागू रहेंगे। कोरोना वायरस को लेकर लागू देशव्यापी लॉकडाउन का चौथा चरण 31 मई को समाप्त हो रहा है। हालांकि, कोविड-19 का प्रकोप कायम रहने के कारण इंदौर जिला रेड जोन में बना हुआ है। जिलाधिकारी मनीष सिंह ने बुधवार को "पीटीआई-भाषा" को बताया, "आम लोगों की जरूरतों को देखते हुए हम लॉकडाउन में लगातार छूट देते हुए विभिन्न गतिविधियां बहाल कर रहे हैं। लेकिन खासकर शहरी सीमा में 31 मई के बाद भी कर्फ्यू और अन्य प्रतिबंधात्मक आदेश लागू रहेंगे तथा केवल उन्हीं गतिविधियों से जुड़े लोगों को घर से बाहर निकलने की अनुमति मिलेगी जिन्हें हमने हरी झंडी दिखायी है।" सिंह ने यह भी बताया कि शहर के निजी दफ्तरों को अलग-अलग श्रेणियों में बांटकर 33 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ दोबारा खोलने की अनुमति दिये जाने पर विचार किया जा रहा है।