क्या दोबारा भारत करेगा सर्जिकल स्ट्राइक? सवाल के जवाब पर आर्मी चीफ ने दिया ये बयान
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 23, 2018 04:37 PM2018-09-23T16:37:52+5:302018-09-23T18:35:17+5:30
भारत-पाक वार्ता को लेकर बिपिन रावत ने कहा कि हमारी सरकार की नीति यह है कि बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं हो सकता है।
नई दिल्ली, 23 सितंबर: जम्मू-कश्मीर में BSF जवान और पुलिस की बर्बरता से हत्या के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। आर्मी चीफ बिपिन रावत की टिप्पणी के बाद पाक सेना ने कहा था कि वह जंग के लिए तैयार हैं। इसके बाद बिपिन रावत ने प्रेस कॉंन्फ्रेंस में पाक सेना की टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त किया है। बिपिन रावत ने कहा कि आंतकवाद और शांति दोनों की बात एक साथ नहीं हो सकता है।
एक प्रेस वार्ता में जब आर्मी चीफ से पूछा गया कि क्या दोबारा से भारत सर्जिकल स्ट्राइक करेगा। इस सवाल का जवाब देते हुए आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक एक सरप्राइज है और इसे हमेशा सरप्राइज ही रहने दें।
Surgical strike is a weapon of surprise. Let it remain a surprise: Army Chief General Bipin Rawat to ANI on being asked 'if Army will carry out another surgical strike'
— ANI (@ANI) September 23, 2018
भारत और पाक के बीच जंग भविष्य में जंग को लेकर आर्मी चीफ ने कहा कि युद्ध के लिए हर तरह की टेक्नॉलजी की जरूरत होगी। ऐसे में हमें खुद को दोबारा ऑर्गनाइज करना होगा, जिससे टेक्नॉलजी, हथियार और जवानों में बेहतर तालमेल हो सके।
If we are looking at future wars, future wars will necessitate imbibing technology of all kinds. Therefore, we have to reorganise ourselves to ensure that technology, weaponry & the man behind the weapon are integrated: Army Chief General Bipin Rawat pic.twitter.com/mjhJTkCq13
— ANI (@ANI) September 23, 2018
भारत-पाक वार्ता को लेकर बिपिन रावत ने कहा कि हमारी सरकार की नीति यह है कि बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं हो सकता है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमने पाक को साफ सदेंश दिया है कि हमारी नीति स्पष्ट है और अब पाक को यह साबित करना होगा कि वो आतंकवाद को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं।
Talks aren't being held,because our govt's policy is that talks & terrorism can't take place together. We've given a clear message to Pakistan. Govt's policy is clear that Pakistan has to prove with their actions that they aren't promoting terrorism:Army Chief General Bipin Rawat pic.twitter.com/odloOQnLW9
— ANI (@ANI) September 23, 2018
इससे पहले भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि भारतीय सैनिकों की जघन्य हत्या का ‘‘बदला’’ लेने के लिए ‘‘सख्त कार्रवाई’’ की जरूरत है। जिसपर पाकिस्तानी सेना ने कहा था कि वह ‘‘जंग के लिए तैयार’’ है, लेकिन अपने लोगों के हित में अमन-चैन की राह पर चलना पसंद करती है।
इससे पहले, जम्मू-कश्मीर में बीएसएफ के एक जवान और तीन पुलिसकर्मियों की हाल में की गई जघन्य हत्या पर टिप्पणी करते हुए जनरल रावत ने शनिवार को ही जयपुर में कहा था कि भारतीय सैनिकों के खिलाफ आतंकवादियों और पाकिस्तानी सेना की बर्बरता का बदला लेने के लिए सख्त कार्रवाई की जरूरत है।
रावत ने यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘हमारे सैनिकों के खिलाफ आतंकवादियों और पाकिस्तानी सेना द्वारा की जा रही बर्बरता का बदला लेने के लिए हमें सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। वैसी बर्बरता किए बगैर उन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब देने का वक्त आ गया है। मैं समझता हूं कि दूसरे पक्ष को भी ऐसा ही दर्द महसूस होना चाहिए।’’
बता दें कि दोनों देशों की सेना के बीच जुबानी जंग ऐसे समय में हो रही है जब भारत ने इस महीने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के इतर पाकिस्तान के साथ होने वाली विदेश मंत्री स्तर की वार्ता रद्द कर दी।