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स्विस बैंक में भारतीयों की जमा रकम एक साल में 286 फीसदी, तीन गुना से ज्यादा कालाधन, कांग्रेस ने मांगा जवाब

By शीलेष शर्मा | Updated: June 18, 2021 19:46 IST

स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक द्वारा जारी सालाना आंकड़े से यह जानकारी मिली। प्रतिभूतियों, बांड समेत अन्य वित्तीय उत्पादों के जरिये रखी गई होल्डिंग से हुई है।

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ठळक मुद्देपहली बार सितंबर 2019 में भारतीय कर अधिकारियों को प्रदान की गई थी।600 अरब स्विस फ्रैंक विदेशी ग्राहकों की जमा राशि है।भारत इस सूची में 51वें स्थान पर है।

नई दिल्लीः स्विस बैंकों में भारतीयों का व्यक्तिगत और कंपनियों का पैसा 2020 में बढ़कर 2.55 अरब स्विस फ्रैंक (20,700 करोड़ रुपये से अधिक) पर पहुंच गया।

स्विस बैंक में भारतीयों द्वारा किए जा रहे धन में महज एक साल में 286 फीसदी अधिक रकम जमा किए जाने को लेकर काले धन का मुद्दा एक बार फिर गरमा रहा है। स्विस बैंक की वार्षिक रिपोर्ट बताती है कि  2020 में 2019 की तुलना में जो भारतीयों द्वारा वहां पैसा रखा गया है, वह 286 प्रतिशत हो गया है, जो पिछले 13 साल की सबसे अधिक रकम है।

2020 में बढ़कर 2.55 अरब स्विस फ्रैंक पर पहुंचा

कितनी है, किस-किस खाते, किस-किस मद में यह रकम किसकी है, इसका डाटा बैक के पास है जिसका कुछ उल्लेख वार्षिक रिपोर्ट में भी मौजूद है। स्विस बैंकों में भारतीय ग्राहकों का सकल कोष 2019 के अंत में 89.9 करोड स्विस फ्रैंक (6,625 करोड़ रुपये) था। यह 2020 में बढ़कर 2.55 अरब स्विस फ्रैंक पर पहुंच गया।

स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) के आंकड़े के अनुसार 2006 में यह करीब 6.5 अरब स्विस फ्रैंक के रिकार्ड स्तर पर था। उसके बाद इसमें 2011, 2013 और 2017 को छोड़कर गिरावट आयी। एसएनबी के अनुसार 2020 के अंत में भारतीय ग्राहकों के मामले में स्विस बैंकों की कुल देनदारी 255.47 करोड़ सीएचएफ (स्विस फ्रैंक) है।

मोदी सरकार को घेरने की कोशिश

इसमें 50.9 करोड़ स्विस फ्रैंक (4,000 करोड़ रुपये से अधिक) ग्राहक जमा के रूप में है। वहीं 38.3 करोड़ स्विस फ्रैंक (3,100 करोड़ रुपये से अधिक) अन्य बैंकों के जरिये रखे गये हैं। न्यास के जरिये 20 लाख स्विस फ्रैंक (16.5 करोड़ रुपये) जबकि सर्वाधिक 166.48 करोड़ स्विस फ्रैंक (करीब 13,500 करोड़ रुपये) बांड, प्रतिभूति और अन्य वित्तीय उत्पादों के रूप में रखे गये हैं।

कांग्रेस ने आज इस मुद्दे को उठा कर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की। पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने मांग की कि मोदी सरकार तुरंत कार्रवाई करे और पता लगाये  कि ये पैसा क्यों बढ़ा। विशेष रूप से  इस आपदा के दौरान? कौन लोग हैं जिनका ये पैसा बढ़ा और किस तरह से क्या हम इस पैसे को वापस भारत में लेकर आएंगे? इसके बारे में देश के लोगों के सामने एक वाइट पेपर जारी किया जाये। 

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ''स्विस बैंक में जमा पैसा अब हुआ ₹20,700 सीआरआई  साल 2019-20 के बीच 286% बढ़ोतरी हुई! पिछले 13 साल में स्विस बैंक में सबसे ज्यादा पैसा! मोदी जी जवाब दें- 1. 3 साल में काला धन वापस लाने के वादे का क्या हुआ? अब तो 7 साल हो गए। क्या इच्छाशक्ति नहीं या धन दोस्तों का है?

टॅग्स :कांग्रेसस्विट्जरलैंडभारत सरकारनरेंद्र मोदीराहुल गांधी
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