खुशखबरीः रेल यात्रियों के लिए राहत, 22 फरवरी से चलेंगी ये 35 ट्रेनें, देखें लिस्ट
By सतीश कुमार सिंह | Published: February 18, 2021 12:08 PM2021-02-18T12:08:53+5:302021-02-18T12:10:05+5:30
Indian Railways: रेलवे त्योहारी सीजन पर लगातार विशेष ट्रेनों का संचालन कर रहा है। ट्रेनों की कमी और यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
Indian Railways: रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी है। देश में कोरोना महामारी की वजह से प्रभावित हुई रेल सेवाएं अब हालात में सुधार के मद्देनजर धीरे -पटरी पर आने लगी है।
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर जानकारी दी। ट्वीट कर कहा कि भारतीय रेलवे जल्द ही अनारक्षित ट्रेनों का परिचालन शुरू करेगा। गोयल ने 35 अनारक्षित ट्रेनों की एक सूची साझा की है, जो शुरू हो जाएंगी। "यात्री सेवाओं में निरंतर वृद्धि के साथ, भारतीय रेलवे 22 फरवरी से 35 अनारक्षित मेल शुरू करने और विशेष ट्रेनें चलाने जा रही है।"
बता दें कि देश में अभी रेगुलर ट्रेन सेवा पर रोक लगी हुई है, रेलवे ने इसकी जगह एक्सप्रेस और क्लोन ट्रेनें चलाई हैं।सरकार ने कोविड 19 महामारी के कारण लॉकडाउन के बाद मार्च 2020 में सभी यात्री ट्रेनों को निलंबित कर दिया था। सरकार ने एक जून से श्रेणीबद्ध तरीके से ट्रेन सेवाओं को फिर से शुरू करने की अनुमति दी। भारतीय रेलवे के अनुसार, 65 प्रतिशत से अधिक ट्रेनें वापस पटरी पर हैं।
यात्री सेवाओं में निरंतर बढ़ोत्तरी करते हुए भारतीय रेल 35 अनारक्षित मेल व एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत आगामी 22 फरवरी से करने जा रही है। pic.twitter.com/MDZwxBG5D6
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) February 16, 2021
प्रतिदिन ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी। यात्री बिना आरक्षण कराए, काउंटर से टिकट खरीद कर सीधे इन ट्रेनों में यात्रा कर सकेंगे। उत्तर रेलवे 22 फरवरी से कोरोना काल में बंद पड़ी 19 रेलगाड़ियों को फिर से चलाने जा रहा है।
इन ट्रेनों में भी जनरल क्लास में सफर करने के लिए यात्रियों को आरक्षण नहीं करवाना पड़ेगा। 22 फरवरी से शुरू हो रही 35 अनारिक्षत मेल/एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेनें ,स्पेशल ट्रेनें हैं इनका किराया भी उसी के अनुरूप होगा। कोरोना काल में यह पहला मौका है जब यात्रियों के लिए अनारिक्षत ट्रेनें चलाने का फैसला किया गया है इसके पूर्व जो ट्रेनें चल रही हैं वे सभी पूर्ण आरक्षित हैं।
22 फरवरी से शुरू हो रहीं ट्रेनें
प्रतापगढ़-वाराणसी मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
वाराणसी-प्रतापगढ़ मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
फैज़ाबाद-लखनऊ मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
लखनऊ-फैजाबाद मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
लखनऊ-कानपुर मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
कानपुर-लखनऊ मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
अंबाला-लुधियाना मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
लुधियाना - अंबाला मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
सहारनपुर -ऊनामेल /एक्सप्रेस स्पेशल
ऊना - सहारनपुर मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
सहारनपुर-नई दिल्ली मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
नई दिल्ली -सहारनपुर मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
सहारनपुर-नई दिल्ली मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
नई दिल्ली -सहारनपुर मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
हजरत निजामुद्दीन-कुूरुक्षेत्र मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
कुूरुक्षेत्र - हजारत निजामुद्दीन मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
पलवल-गाजियाबाद मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
गाजियाबाद -शकूरबस्ती मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
शकूरबस्ती - पलवल मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
मुरादाबाद-सहारनपुर मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
सहारनपुर-मुरादाबाद मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
बरेली-नई दिल्ली मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
नई दिल्ली -बरेली मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
बालामऊ-शाहजहांपुर मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
शाहजहांपुर -बालामऊ मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
पठानकोट -जोगिंदर नगर मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
जोगिंदर नगर-पठानकोटमेल /एक्सप्रेस स्पेशल
भटिंडा-फिरोजपुर कैंट मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
फिरोजपुर कैंट-भाटिंडा मेल /एक्सप्रेस स्पेशल
अमृतसर- पठानकोटमेल /एक्सप्रेस स्पेशल।
मध्य रेलवे ने किया 52.28 मिलियन टन माल का परिवहन
ऊर्जा और बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण विविध वस्तुओं की अबाधित आपूर्ति तय करने के लिए रेलवे ने कोविड-19 लॉकडाउन और अनलॉक के दौरान मालगाड़ियों का परिवहन बरकरार रखा है। 1 अप्रैल 2020 से 15 फरवरी 2021 तक मध्य रेलवे ने विभिन्न क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए 52.28 मिलियन टन माल का सफलतापूर्वक परिवहन किया है।
मध्य रेल ने बिजली आपूर्ति ठप न हो, इसके लिए विविध बिजली संयंत्रों में 25.80 मिलियन टन कोयले का परिवहन किया. किसानों के लाभ के लिए 1.27 मिलियन टन खाद्यान्न और चीनी, 2.85 मिलियन टन उर्वरक और 0.5 मिलियन टन प्याज, 4.45 मिलियन टन पेट्रोलियम उत्पाद, 1.59 मिलियन टन लोहा और स्टील, 4.74 मिलियन टन सीमेंट, 8.15 मिलियन टन कंटेनर वैगन और 2.91 मिलियन टन डी-ऑइल केक सहित अन्य सामान का परिवहन किया। इसमें मध्य रेलवे के नागपुर मंडल ने 28.08 मिलियन टन, मुंबई मंडल ने 13.91 मिलियन टन, भुसावल मंडल ने 4.88 मिलियन टन, सोलापुर मंडल ने 4.36 मिलियन टन और पुणे मंडल ने 1.03 मिलियन टन माल का परिवहन किया है।