Indian Railway: देश का पहला प्राइवेट ट्रेन Tejas Express का संचालन आज से बंद, कोरोना के चलते नहीं मिल रहे पैसेंजर्स
By धीरज पाल | Published: November 23, 2020 02:27 PM2020-11-23T14:27:30+5:302020-11-23T14:31:01+5:30
नई दिल्ली-लखनऊ के बीच दौड़ने वाली तेजस एक्सप्रेस का संचालन 23 नवंबर से बंद कर दिया गया है, जबकि कल यानी 24 नवंबर को अहमदाबाद-मुंबई के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का संचालन बंद कर दिया जायेगा।
देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस का संचालन आज यानी 23 नवंबर से अगले आदेश तक बंद होने जा रहा है। इससे पहले रेलवे बोर्ड ने फैसला किया है कि वो लखनऊ से नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस और मुंबई से अहमदाबाद तेजस एक्सप्रेस दोनों ही रूट का संचालन बंद कर देगा। इस आदेश के तहत नई दिल्ली-लखनऊ के बीच दौड़ने वाली तेजस एक्सप्रेस का संचालन 23 नवंबर से बंद कर दिया गया है, जबकि कल यानी 24 नवंबर को अहमदाबाद-मुंबई के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का संचालन बंद कर दिया जायेगा।
ये फैसला रेलवे को इसलिए लेना पड़ा क्योंकि कोरोना वायरस के चलते टिकट की कम बुकिंग हो रही थी, जिसके चलते ट्रेन घाटे में चल रही थी। जबकि ये ट्रेन सुविधायों से लैस था, लेकिन यात्रियों के आभाव और फ्लेक्सी किराया से महंगा सफर यात्रियों को राहत नहीं दे सका।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो तेजस ट्रेन में करीब 726 यात्री बैठ सकते हैं लेकिन 23 नवबंर के बाद से केवल 60 से 70 टिकट ही बुक हो रहे थे। इस घाटे के चलते ही तेजस को यार्ड में खड़ा करने का फैसला किया गया है। तेजस ट्रेन को एक बार चलाने का खर्चा करीब 15 से 16 लाख रुपए आता है।तेजस ट्रेन पहली निजी ट्रेन है, जिसका संचालन सरकारी कंपनी IRCTC करती है। पहली बार लखनऊ से तेजस ट्रेन का संचालन चार अक्तूबर 2019 को शुरू हुआ था। अंतिम बार तेजस ट्रेन 22 नवंबर की सुबह साढ़े छह बजे लखनऊ से नई दिल्ली 200 करीब यात्री लेकर रवाना हुई।
बताते चलें कि ये पहली बार नहीं है जब तेजस एक्सप्रेस को बंद किया गया था, इससे पहले इसी साल मार्च में इन ट्रेनों का ऑपरेशन बंद कर दिया गया था। मार्च में लॉकडाउन बाद तेजस ट्रेन का संचालन 17 अक्तूबर को शुरू हुआ था। तब लग रहा था कि त्योहारी सीजन में तेजस को यात्री मिलेंगे। लेकिन ऐसा हो नहीं सका।
इसके अलावा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में ठप पड़ी रेलवे सेवाओं को सोमवार से आंशिक तौर पर शुरू किया जा रहा है। रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को एक ट्वीट कर भी इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 'पंजाब में 23 नवंबर से रेलवे ट्रैक व स्टेशनों पर किये जा रहे किसान आंदोलन के स्थगित होने पर भारतीय रेल पंजाब, तथा पंजाब से होकर जाने वाली रेल सेवाओं को शुरू करने जा रही है। पिछले कई दिनों से ट्रेन संचालन में बना हुआ गतिरोध दूर होने से यात्रियों, किसानों, व उद्योगों को लाभ होगा।'
पंजाब में 23 नवंबर से रेलवे ट्रैक व स्टेशनों पर किये जा रहे किसान आंदोलन के स्थगित होने पर भारतीय रेल पंजाब, तथा पंजाब से होकर जाने वाली रेल सेवाओं को शुरु करने जा रही है।
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) November 23, 2020
पिछले कई दिनों से ट्रेन संचालन में बना हुआ गतिरोध दूर होने से यात्रियों, किसानों, व उद्योगों को लाभ होगा।
बता दें कि इस दौरान किसान आंदोलन के चलते रेलवे को अब तक 2220 करोड़ का नुकसान हुआ है। अकेले उत्तरी रेलवे को 14.85 करोड़ रोज़ाना का नुकसान हुआ है।