चीन ने भारतीय अखबारों और वेबसाइटों पर लगाया प्रतिबंध, टीवी चैनलों पर भी लगाई रोक
By सुमित राय | Published: July 1, 2020 01:09 AM2020-07-01T01:09:18+5:302020-07-01T01:09:18+5:30
कम्युनिस्ट शासन वाले चीन ने लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद के बीच भारतीय समाचार पत्रों और अन्य वेबसाइटों पर प्रतिबंध लगा दी है।
लद्दाख की गलवन घाटी में चल रहे तनाव के बीच चीन ने बीजिंग में भारतीय समाचारपत्रों और वेबसाइटों पर रोक लगा दी है। चीन ने भारत सरकार द्वारा सोमवार को 59 चाइनीज ऐप पर प्रतिबंध लगाए जाने से पहले ही भारतीय वेबसाइटों को बैन कर दिया था।
हालांकि भारत में चीनी अखबारों और वेबसाइटों पर किसी तरह की रोक नहीं है। लेकिन अब बीजिंग में लोग वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) सर्वर के बिना भारतीय समाचार पत्रों और वेबसाइटों को खोल सकते हैं।
भारतीय टीवी चैनलों पर भी लगाई रोक
बीजिंग में राजनयिक सूत्रों के अनुसार, भारतीय टीवी चैनल भी अब केबल नेटवर्क और डीटीएच से गायब हो गए हैं। हालांकि भारतीय टीवी चैनलों को आईपी टीवी के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है। इसके अलावा कम्युनिस्ट शासन वाले चीन में पिछले दो दिनों से आइफोन और डेस्कटॉप पर एक्सप्रेस वीपीएन भी काम करना बंद कर दिया है।
क्या है वीपीएन और कैसे करता है काम
वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) एक ऐसा पावरफुल टूल है, जो उपयोगकर्ताओं को पब्लिक इंटरनेट कनेक्शन से प्राइवेट नेटवर्क बनाने की सुविधा प्रदान करता है। इसमें उपयोगकर्ता की प्राइवेसी और पहचान भी छिपी रहती है। वीपीएन आइपी एड्रेस को छिपा देता है, जिससे यूजर के ऑनलाइन एक्शन का पता नहीं लग पाता, लेकिन चीन ने ऐसी तकनीक बना ली है, जिससे वह वीपीएन को भी ब्लॉक कर देता है।
वीपीएन को भी ब्लॉक कर सकता है चीन
हालांकि चीन ने ऐसी तकनीकी रूप से एडवांस फायरवॉल बनाई है, जिसकी मदद से वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) को भी ब्लॉक कर सकता है। चीन सरकार आइपी एड्रेस को ब्लॉक करने के साथ ही अन्य कई तरह के उपायों से मीडिया पर नियंत्रण रखती है।
भारत ने बैन किए हैं 59 चाइनीज ऐप
चीन ने भारतीय समाचार पत्रों को बैन करने का कदम भारत द्वारा 59 चाइनीज ऐप को बैन करने के पहले ही उठाया था। बता दें कि भारत ने सोमवार को टिकटॉक, यूसी न्यूज, कैम स्कैनर समेत 59 चाइनीज ऐप को बैन कर दिया था।
भारत-चीन के बीच चल रहा सीमा पर विवाद
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा पर विवाद 5 मई से चल रहा है और दोनों देशों की सेनाएं कई बार आपस में भिड़ चुकी हैं। 15 जून को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे और कई घायल हुए थे।