भगोड़े विजय माल्या के खिलाफ भारतीय बैंकों ने जीता केस, ब्रिटेन की कोर्ट ने दिवालिया घोषित किया
By अभिषेक पारीक | Published: July 26, 2021 09:47 PM2021-07-26T21:47:53+5:302021-07-26T21:52:50+5:30
भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को ब्रिटेन के एक कोर्ट ने दिवालिया घोषित कर दिया है। इस फैसले के बाद विजय माल्या की संपत्तियों पर भारतीय बैंक आसानी से कब्जा कर सकेंगे।
भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को ब्रिटेन के एक कोर्ट ने दिवालिया घोषित कर दिया है। इस फैसले के बाद विजय माल्या की संपत्तियों पर भारतीय बैंक आसानी से कब्जा कर सकेंगे। कोर्ट में भारतीय बैंकों के एक संघ ने याचिका दाखिल की थी, जिसमें भारतीय स्टेट बैंक भी शामिल है। ़हालांकि माल्या के पास अभी भी बचने का एक मौका और है। वह इस फैसले के खिलाफ अपील कर सकता है।
बैंकों के संघ की ओर से दायर याचिका में माल्या को दिवालिया घोषित करने की मांग की गई थी। जिसके बाद माल्या की संपत्ति में से किंगफिशर एयरलाइन को दिए गए लोन की भरपाई की जा सकेगी। हालांकि अभी यह मामला थमता नहीं नजर आ रहा है। माना जा रहा है कि माल्या के वकील इस फैसले को चुनौती दे सकते हैं।
792 करोड़ रुपये की वसूली
इसी महीने विजय माल्या को कर्ज देने वाले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के नेतृत्व वाले बैंकों के खातों में और 792 करोड़ रुपये स्थांतरित किए गए थे। प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक, यह रकम धन शोधन निरोधक कानून के तहत माल्या के नाम के कुछ शेयर बेचकर प्राप्त की गई है। ईडी ने एक बयान में कहा, ‘‘विजय माल्या मामले में एसबीआई के नेतृत्व वाले समूह को किंगफ़िशर एयरलाइंस के शेयरों की बिक्री के जरिये 792.11 करोड़ रुपये वसूल किए थे। इन शेयरों को प्रवर्तन निदेशालय ने एसबीआई के नेतृत्व में ऋणदाता बैंकों को सौंपा था।’’ इन शेयरों को ईडी ने इन शेयरों को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कुर्क किया था। इससे पिछले महीने भी इसी मामले में बैंकों के समूह को शेयरों की बिक्री के माध्यम से 7,181 करोड़ रुपये मिले थे।
9000 करोड़ की धोखाधड़ी
ब्रिटेन भाग गए विजय माल्या के खिलाफ ईडी और सीबीआई 9,000 करोड़ रुपये की कथित बैंक धोखाधड़ी की जांच कर रही हैं, जो उनकी अब बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़ी है।
58 फीसद नुकसान की भरपाई की गई
ईडी ने दावा किया कि भगोड़े व्यापारी नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और माल्या द्वारा की गयी कथित बैंक धोखाधड़ी के मामलों में 58 फीसदी नुकसान की भरपाई की जा चुकी हैं।