COMCASA समझौते से भारत का रक्षा तंत्र मज़बूत हुआ, चीन-पाकिस्तान पर बढ़ेगा दबाव
By सुवासित दत्त | Published: September 7, 2018 04:05 PM2018-09-07T16:05:26+5:302018-09-07T16:05:26+5:30
रक्षा मामलों के जानकार रिटायर्ड मेजर जनरल प्रमोद सहगल ने भी COMCASA समझौते को भारत की सुरक्षा मोर्चे के लिए बेहद ज़रूरी कदम बताया।
भारत और अमेरिका के बीच गुरुवार को COMCASA (Communications Compatibility and Secutiry System) सामरिक समझौते पर हस्ताक्षर किया। इसे 2+2 वार्ता के नाम से भी जाना जा रहा है जिसमें दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्री मौजूद रहे।
इस समझौते के तहत अमेरिका की भारत को डिफेंस में इस्तेमाल किए जाने वाले एडवांस तकनीक मुहैया कराएगा। इस समझौते के तहत अमेरिका भारत को एक इंक्रिप्टेड कम्युनिकेशन सिस्टम देगा जिसकी मदद से देश के आसपास के दुश्मनों पर कड़ी नज़र रखी जा सकेगी। इस डील से भारत का सुरक्षा मोर्चा और भी मज़बूत हो जाएगा।
इसके अलावा अमेरिका ने भारत द्वारा रूस से खरीदने जाने वाले डिफेंस सिस्टम को भी अपनी मंजूरी दे दी है। अब रूस द्वारा डिफेंस सिस्टम खरीदे जाने पर अमेरिका भारत पर प्रतिबंध नहीं लगाएगा। COMCASA समझौते से भारत-अमेरिका के रिश्तों को मज़बूती मिली है और इसे मोदी सरकार की बड़ी सफलता भी बताया जा रहा है।
रक्षा मामलों के जानकार रिटायर्ड मेजर जनरल प्रमोद सहगल ने भी COMCASA समझौते को भारत की सुरक्षा मोर्चे के लिए बेहद ज़रूरी कदम बताया। लोकमत न्यूज़ से बातचीत करते हुए प्रमोद सहगल ने कहा, 'COMCASA समझौता लंबे समय से रुका हुआ था। इस समझौते से भारत के सुरक्षा मोर्चे को मज़बूती मिलेगी। इस समझौते के तहत अमेरिका हमें एक एडवांस इंक्रिप्टेड कम्युनिकेशन सिस्टम मुहैया कराएगा जिसे हम अपने दुश्मनों पर कड़ी नज़र रख सकते हैं। दुश्मन की एक एक गतिविधी को पता करना इस सिस्टम के माध्यम से आसान हो जाएगा। इस कम्युनिकेशन सिस्टम को हम अपने लड़ाकू विमानों और नौसेना के एयरक्राफ्ट्स पर फिट कर अमेरिकी सेना से सीधा संपर्क स्थापित कर सकेंगे।'
जनरल सहगल ने बताया कि सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि अगर अमेरिकी सेना को किसी चीनी या पाकिस्तानी गतिविधी की खबर मिलेगी तो वो तत्काल इसकी जानकारी भारतीय नौसेना या वायुसेना को देगा। इस समझौते के मदद से अब भारत अमेरिका से मॉडर्न सी-गार्डियन ड्रोन और आर्म्ड ड्रोन भी खरीद सकेगा।
भारत और अमेरिका के बीच हुए इस समझौते से पाकिस्तान भी अछूता नहीं है। भारत अब कारगर तरीके से पाकिस्तान की हर गतिविधी पर नज़र रख सकता है। ज़ाहिर है COMCASA समझौते के बाद चीन और पाकिस्तान दोनों की ही भौंहें तन गई हैं।