भारत ने अग्नि-पी मिसाइल का किया परीक्षण, परमाणु क्षमता से है लैस, जानिए इस बारे में सबकुछ
By विनीत कुमार | Published: December 18, 2021 01:58 PM2021-12-18T13:58:54+5:302021-12-18T14:49:36+5:30
अग्नि-पी ऐसा बैलिस्टिक मिसाइल है जिसे रेल और सड़क कही से भी जरूरत पड़ने पर लॉन्च किया जा सकता है। इसे आसानी से देश के किसी भी कोने में ले जाया जा सकता है।
बालासोर (ओडिशा): भारत ने नई पीढ़ी की परमाणु क्षमता वाले बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-पी (प्राइम) का शनिवार को सफल परीक्षण किया। ये परीक्षण ओडिशा में बालासोर में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम द्वीपर से किया गया। परीक्षण के दौरान पूर्वी तट पर स्थित विभिन्न टेलीमेट्री और रडार स्टेशनों ने मिसाइल को ट्रैक किया और उसकी स्थिति की निगरानी की।
इससे पहले इसी मिसाइल का एक और परीक्षण 28 जून को भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से किया गया था। वह परीक्षण भी सफल रहा था। डीआरडीओ की ओर से शनिवार के परीक्षण के बाद कहा गया कि दूसरे परीक्षण ने इस मिसाइल की विश्वसनीयता और इसमें लगे आधुनिक तकनीक पर भरोसे को और पुख्ता कर दिया है।
राजनाथ सिंह ने दी सफल परीक्षण पर बधाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को अग्नि-पी (प्राइम) मिसाइल के सफल परीक्षण पर डीआरडीओ को बधाई दी और इस सफलता पर खुशी जताई। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत के पास युवा प्रशिक्षित वैज्ञानिक, तकनीक और प्रतिभा है।
#WATCH | Today India successfully testfired the nuclear-capable strategic Agni Prime missile off the coast of Odisha from Balasore.
— ANI (@ANI) December 18, 2021
(Source: DRDO) pic.twitter.com/wSgWKOKtQG
रेल और रोड से लॉन्च किया जा सकता है मिसाइल
अग्नि-पी दरअसल अग्नि श्रेणी की मिसाइलों की नई पीढ़ी का उन्नत संस्करण है। यह ऐसा बैलिस्टिक मिसाइल है जिसे रेल और सड़क कही से भी जरूरत पड़ने पर लॉन्च किया जा सकता है। साथ ही इसे लंबी अवधि के लिए तैयार रखा जा सकता है। यही नहीं, इसे जरूरत के अनुसार देश के किसी भी कोने में आसानी से ले जाया जा सकता है।
इस नई बैलिस्टिक मिसाइल की मार करने की क्षमता 1000 से 2000 किलोमीटर तक की है। मिसाइल का वजन अग्नि III से आधा है और इसमें नए प्रकार के प्रोपलशन और गाइलाइन हैं।
खास बात ये भी है कि इसमें जो तकनीक लगी है वह 4000 किलोमीटर रेंज की अग्नि- IV और 5000 किलोमीटर रेंज वाली अग्नि-V में इस्तेमाल की गई है। नई अग्नि-पी मिसाइल का इस्तेमाल हिंद-प्रशांत क्षेत्र में दुश्मन के युद्धपोतों को निशाना बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
बता दें कि अग्नि श्रेणी की मिसाइलें भारत की परमाणु क्षमता वाली मिसाइलों का अहम आधार हैं। इसमें कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी, पनडुब्बी से लॉन्च की जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल और लड़ाकू विमान भी शामिल हैं। अग्नि सीरीज की सबसे घातक मिसाइल अग्नि-V है जो अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है। इसमें 5,000 किमी से अधिक दूरी तक मार करने की क्षमता है। इसका कई बार परीक्षण किया जा चुका है और इसे शामिल करने की प्रक्रिया जारी है।