विज्ञान संबंधी प्रकाशन के मामले में चीन और अमेरिका के बाद तीसरे पायदान पर भारत: डीएसटी

By भाषा | Updated: January 22, 2021 20:39 IST2021-01-22T20:39:33+5:302021-01-22T20:39:33+5:30

India ranks third after China and America in science related publication: DST | विज्ञान संबंधी प्रकाशन के मामले में चीन और अमेरिका के बाद तीसरे पायदान पर भारत: डीएसटी

विज्ञान संबंधी प्रकाशन के मामले में चीन और अमेरिका के बाद तीसरे पायदान पर भारत: डीएसटी

नयी दिल्ली, 22 जनवरी भारत में बीते एक दशक में विज्ञान संबंधी प्रकाशन के मामले में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है और वह चीन तथा अमेरिका के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने कहा कि 2017-18 में 13,045 पेटेंट (अधिकार पत्र) दिये गए, जिनमें से लगभग 1,937 पेटेंट भारतीयों को मिले।

विभाग ने कहा कि इस अवधि के दौरान भारतीयों द्वारा भारतीय पेटेंट कार्यालय में अधिकार पत्र के लिये कुल 15,550 अर्जियां दी गईं। इनमें से 65 प्रतिशत महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और दिल्ली से थीं।

डीएटी ने कहा कि भारत में अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में राष्ट्रीय निवेश को 2017-18 के 1,13,825 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 2018-19 में 1,23,847 करोड़ रुपये किया गया।

डीएसटी ने कहा, ''भारत में विज्ञान संबंधी प्रकाशन के मामले में बीते 10 साल में जबरदस्त वृद्धि हुई है। अमेरिकी एजेंसी नेशनल साइंस फाउंडेशन (एनएफएस) के आंकड़ों के अनुसार भारत, चीन और अमेरिका के बाद तीसरे पायदान पर है। भारत में साल 2018 में 1,35,788 विज्ञान संबंधी लेख प्रकाशित किये गए।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: India ranks third after China and America in science related publication: DST

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे