करतारपुर गलियारे की तर्ज पर शारदा पीठ तीर्थ यात्रा के लिए PoK में कॉरिडोर खोलने की कोशिश करेगा केंद्र, जानें मामला
By मनाली रस्तोगी | Published: March 23, 2023 10:05 AM2023-03-23T10:05:51+5:302023-03-23T10:13:41+5:30
केंद्र सरकार पंजाब में करतारपुर गलियारे की तर्ज पर शारदा पीठ तीर्थ यात्रा के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एक गलियारा खोलने का प्रयास करेगी।

(फोटो क्रेडिट- ANI)
श्रीनगर: केंद्र सरकार पंजाब में करतारपुर गलियारे की तर्ज पर शारदा पीठ तीर्थ यात्रा के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एक गलियारा खोलने का प्रयास करेगी। इस कदम से पाकिस्तान के साथ जुड़ाव और जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में तीतवाल में नियंत्रण रेखा (एलओसी) को फिर से खोलने की जरूरत होगी, जिसे अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया था।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कुपवाड़ा जिले के तीतवाल में शारदा देवी मंदिर का वर्चुअली उद्घाटन करने के बाद यह घोषणा की। मंदिर एलओसी के साथ किशनगंगा नदी के तट पर बनाया गया है, जो जम्मू और कश्मीर के पूर्ववर्ती राज्य को विभाजित करता है। शाह ने कहा, "रविंदर पंडिता ने कहा है कि करतारपुर कॉरिडोर की तर्ज पर शारदा पीठ को तीर्थयात्रियों के लिए खोला जाना चाहिए।"
उन्होंने ये भी कहा, "भारत सरकार निश्चित रूप से इस दिशा में प्रयास करेगी। इसमें कोई दो राय नहीं है।" क्रॉस एलओसी व्यापार और श्रीनगर-मुजफ्फराबाद बस सेवाओं को 2019 से अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है। अगस्त 2019 में जम्मू और कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद पीओके में तीर्थयात्रा के लिए एक गलियारा खोलना दोनों पक्षों के बीच संपर्क बहाल करने की दिशा में पहला बड़ा कदम होगा।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि मंदिर का उद्घाटन एक युग की शुरुआत है और शारदा सभ्यता और शारदा लिपि की खोज की दिशा में एक कदम है। उन्होंने कहा, "कुपवाड़ा में मां शारदा के मंदिर का पुनर्निर्माण शारदा सभ्यता की खोज और शारदा लिपि के प्रचार-प्रसार की दिशा में एक आवश्यक और महत्वपूर्ण कदम है।"