कर्नाटक में 5 नए ओमीक्रोन केस, 20 से भी कम दिन में भारत में आंकड़ा 150 के पार, देखें किस राज्य में कितने मामले, पूरी लिस्ट
By विनीत कुमार | Published: December 20, 2021 10:39 AM2021-12-20T10:39:47+5:302021-12-20T10:39:47+5:30
ओमीक्रोन वेरिएंट के कुल मामले भारत में 150 से अधिक हो गए हैं। कर्नाटक में कुल केस 19 हो गए हैं। यहां सोमवार को 5 नए ओमीक्रोन केस की पुष्टि हुई।
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से संक्रमण की रफ्तार तेज होने लगी है। कर्नाटक में सोमवार सुबह तक पांच और नए ओमीक्रोन के मामले सामने आए। इसके साथ ही राज्य में ओमीक्रोन से संक्रमण के कुल मामले 19 हो गए हैं। भारत के 11 राज्यों में अभी तक ओमीक्रोन के केस आ चुके हैं। भारत में सबसे पहला केस कर्नाटक में ही आया था।
भारत में महाराष्ट्र और दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित
भारत में मौजूदा स्थिति की बात करें तो महाराष्ट्र ओमीक्रोन वेरिएंट से सबसे ज्यादा प्रभावित है। इसके बाद दिल्ली और फिर तेलंगाना का नंबर है। अभी तक महाराष्ट्र (54), दिल्ली (22), राजस्थान (17), कर्नाटक (19), तेलंगाना (20), केरल (11), गुजरात (11), आंध्र प्रदेश (1), चंडीगढ़ (1), तमिलनाडु (1) और पश्चिम बंगाल (1) में ओमीक्रोन के मरीजों का पता चला है। कर्नाटक में पांच नए मरीज धारवाड़, भद्रवती, उडूपी और मेंगलुरु से मिले।
महाराष्ट्र में शनिवार को कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के आठ नए मामले सामने आये थे। वहीं, कर्नाटक में शनिवार को सामने आये छह मामलों में से एक ब्रिटेन से आया यात्री है, जबकि पांच अन्य दक्षिण कन्नड़ जिले के दो शैक्षणिक संस्थानों में कोविड-19 से संक्रमित मिले व्यक्तियों में शामिल हैं।
भारत में 2 दिसंबर को आया था ओमीक्रोन का पहला केस
कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट का सबसे पहले मामला 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में आया था। इसके बाद से यह 70 से अधिक देशों में फैल चुका है। भारत में नए स्वरूप के पहले दो मामलों की पुष्टि कर्नाटक में दो दिसंबर को हुई थी। ऐसे में महज 20 से भी कम दिनों में ओमीक्रोन के मामले भारत में 150 के पार चले गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने रविवार को कहा था कि ओमीक्रोन वेरिएंट के मामलों की संख्या 1.5 से 3 दिनों में दोगुनी हो रही है। हालांकि, इस नए COVID-19 वेरिएंट के बारे में अभी भी बहुत कुछ जानकारी सामने नहीं आ सकी है। जानकार इससे होने वाली बीमारी की गंभीरत को लेकर भी संशय में हैं।