India-China face-off: तवांग क्षेत्र में भारत-चीन की सेना आमने-सामने, बातचीत के बाद मामला सुलझा
By रुस्तम राणा | Published: October 8, 2021 12:26 PM2021-10-08T12:26:28+5:302021-10-08T12:32:29+5:30
अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में एक बार फिर से भारतीय जवान और चीनी सैनिकों का टकराव हुआ। हालांकि बातचीत के माध्यम से मामले को सुलझा लिया गया। दोनों देशों के बीच कोर कमांडर लेवल की वार्ता से ठीक पहले दोनों पक्ष की सेनाएं फिर से आमने-सामने आई हैं।
अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में एलएसी पर भारतीय सेना के जवान और पिपुल्स लिबरेशन आर्मी (चीनी आर्मी) के जवानों आमने-सामने आ गए। पिछले हफ्ते यह घटना तब घटी जब सीमा पर दोनों पक्षों की सैनिक गश्त लगा रहे थे। हालांकि कायम प्रोटोकॉल के मुताबिक दोनों पक्षों के स्थानीय कमांडरों के बीच बातचीत के बाद मामले को सुलझा लिया गया जिसमें किसी तरह की दुर्घटना या हानि नहीं हुई है। पीएलए के गश्ती दल में करीब 200 सैनिक शामिल थे।
उधर, दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए हाई ऑफिसर रैंक लेवल की वार्ता होने वाली है। आने वाले कुछ ही दिनों में दोनों देशों के बीच कोर कमांडर लेवल की वार्ता होगी। बता दें कि सरहद पर तनाव को कम करने और सीमा विवाद को सुलझाने के लिए अब दोनों देशों के बीच 12वें दौर की वार्ता हो चुकी है। लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है।
There was a face-off in Arunachal Sector last week between soldiers of India & China as there is a difference in perception of Line of Actual Control: Sources in Defence Establishment (1/2)
— ANI (@ANI) October 8, 2021
ताजा गतिरोध के बारे में सूत्रों ने कहा कि दोनों देशों की सेनाएं अपनी-अपनी तय जगह पर पर गश्त की गतिविधियां करती हैं और जब भी सैनिकों के बीच बहस होती है तो ऐसी सूरत में स्थापित प्रोटोकॉल के मुताबिक मामले को सुलझाया जाता है।
The engagement between the two sides lasted for a few hours & was resolved as per the existing protocols. There was no damage caused to own defences in the engagement: Sources in Defence Establishment (2/2)
— ANI (@ANI) October 8, 2021
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब चीनी और भारतीय सैनिक सामने न आये हों। इससे पहले भी दोनों देशों के बीच वास्तविक रेखा को लेकर काफी तनाव की स्थिति रही है। साल 2016 में सीमा विवाद को लेकर ठीक ऐसा ही गतिरोध दोनों देशों के सैनिकों के बीच देखने को मिला था।