भारत-चीन लद्दाख में तनाव घटाने में सहमत, दोनों पक्षों में अभी और होंगी वार्ता
By निखिल वर्मा | Published: July 1, 2020 05:03 PM2020-07-01T17:03:04+5:302020-07-01T17:10:42+5:30
लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के बीच पिछले दो महीने से गतिरोध जारी है
भारत और चीन की सेनाओं ने मंगलवार को करीब 12 घंटे की कमांडर स्तरीय वार्ता में प्राथमिकता के साथ जल्द, चरणबद्ध और क्रमिक तरीक से तनाव घटाने पर जोर दिया। सैन्य सूत्रों ने इस बारे में बताया है । पूर्वी लद्दाख में सात सप्ताह से दोनों सेनाओं के बीच बढ़े तनाव को खत्म करने के मकसद से कमांडर स्तरीय वार्ता हुई है। सूत्रों ने बताया कि बैठक में हुई चर्चा से व्यक्त होता है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव घटाने के लिए दोनों पक्ष प्रतिबद्ध हैं । आपसी सहमति योग्य समाधान पर पहुंचने के लिए सैन्य, कूटनीतिक स्तर पर और बैठकें होने की संभावना है ।
उन्होंने बताया कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पीछे हटने की प्रक्रिया जटिल है और इस संदर्भ में कयास आधारित, बिना प्रमाण वाली रिपोर्ट से परहेज करना चाहिए । सूत्रों के मुताबिक, पूर्वी लद्दाख के चुशूल सेक्टर में एलएसी के भारतीय हिस्से में यह वार्ता हुई । बैठक दिन में 11 बजे शुरू हुई और करीब 12 घंटे तक चली । एक सूत्र ने बताया, ‘‘बैठक लंबी चली, कोविड-19 के प्रोटोकॉल के मद्देनजर बिना समय गंवाए प्रभावी तरीके से बैठक हुई । वार्ता एलएसी पर तनाव घटाने के लिए दोनों पक्षों की प्रतिबद्धता को दिखाता है।’’
पाकिस्तान ने LOC पर भेजे 20000 सैनिक
लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच पाकिस्तान लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर सैनिकों की तैनाती कर रहा है। एलओसी के साथ लगने वाले गिलगित-बाल्टिस्तान में पाक ने दो सैन्य डिविजन करीब 20 हजार सैनिक भेजे हैं। इकॉनामिक टाइम्स में छपी खबर के अनुसार, चीनी अधिकारी जम्मू-कश्मीर में हिंसा भड़काने के लिए आतंकी संगठन अल बदर से बातचीत कर रहे हैं। पाकिस्तान और चीन मिलकर जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाना चाहते हैं।
अखबार में छपी खबर के अनुसार, इस बार पाकिस्तान ने जितने सैनिकों तैनात किया है वह बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान की गई तैनाती से बहुत ज्यादा है। पाकिस्तान के एयर डिफेंस रडार भी पूरे क्षेत्र पर 24 घंटे नजर बनाए हुए हैं। भारत को दो फ्रंट पर मोर्चा संभालने के अलावा जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से भी निपटना होगा।
भारतीय सेना ने लद्दाख भेजी तीन डिविजन आर्मी
भारत और चीन के बीच लद्दाख में जारी तनाव के बीच भारतीय सेना ने अपनी ताकत बढ़ाने के लिए लद्दाख सेक्टर में तीन डिविजन, फ्रंटलाइन टैंक के कई स्क्वाड्रन, तोपें और पूरी तरह से तैयार मैकेनाइज्ड पैदल सेना के दस्ते भेजे हैं। पूर्वी लद्दाख में 5 मई से ही भारतीय और चीनी सैनिकों का जमावड़ा लगा है। इस इलाके में चीन ने भी भारी मात्रा हथियार और सैनिकों की तैनाती की है।
हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी खबर के अनुसार, चीनी सेना के संभावित आक्रामक कदमों से निपटने के लिए तीन डिविजन भेजे गए हैं जिनमें भारतीय सेना के 30 हजार प्रशिक्षित जवान हैं। इन जवानों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से निकट तैनात किया गया है। सुरक्षा कारणों से उनके लोकेशन का जिक्र नहीं किया गया है। भारतीय सेना इन इलाकों में सैनिकों, हथियारों और उपकरणों को तैनात कर रही है।