गलवान घाटी विवाद के बाद आज भारत-चीन की लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की मीटिंग, सीमा पर तनाव कम करने की होगी कोशिश
By विनीत कुमार | Published: June 22, 2020 01:05 PM2020-06-22T13:05:23+5:302020-06-22T13:05:23+5:30
भारत और चीन में सीमा तनाव के बीच आज एक बार फिर लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की मीटिंग हो रही है। ये बैठक चीन की ओर चुशुल सेक्टर में हो रही है।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव को कम करने के रास्तों पर आज एक बार फिर लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की दूसरे दौर की बातचीत हो रही है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि वार्ता पूर्वी लद्दाख में चीन की तरफ चुशुल सेक्टर के मोल्दो में सुबह साढ़े 11 बजे प्रस्तावित थी।
गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के एक हफ्ते बाद यह उच्च स्तरीय वार्ता हो रही है। वार्ता में भारतीय शिष्टमंडल की अगुवाई 14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिन्दर सिंह कर रहे हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की पहले दौर की बातचीत 6 जून को हुई थी जिसमें दोनों पक्षों ने सभी संवेदनशील इलाकों से सैनिकों को हटाने का फैसला किया था।
चीन ने 6 जून को दोनों पक्षों के अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद टेंट को हटाने पर सहमति जताई थी। हालांकि, 15 जून को चीन ने टेंट हटाने से इनकार किया था, जिसके बाद दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, सूत्रों के मुताबिक, चीन के 40 सैनिकों के मारे जाने या घायल होने की खबर है।
हालांकि, चीन ने अब तक अपने सैनिकों के हताहत होने की खबरों की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है। वह हमेशा इस मसले पर बोलने से बचता रहा है। बता दें कि इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मॉस्को में आयोजित विजय दिवस परेड में शिरकत के लिए सोमवार को रूस के तीन दिनों के दौरे के लिए रवाना हो गये।
इस रवानगी से पहले रक्षा मंत्री ने रविवार को तीनों सेनाध्यक्षों और सीडीएस जनरल बिपिन रावत से साथ बैठक की थी और एलएसी पर हालात का जायजा लिया था। इस बैठक में ये भी फैसला लिया गया कि अगर चीन की ओर से तनाव बढ़ाया जाता है तो सेना को उसी भाषा में जवाब देने की छूट होगी।
(भाषा इनपुट)