INDIA Alliance: हमें किसी पीएम पद की घोषणा करने की जरूरत नहीं, संयोजक होना चाहिए, अब्दुल्ला ने कहा- चुनाव के बाद बहुमत मिलने दीजिए, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 31, 2023 09:01 PM2023-08-31T21:01:39+5:302023-08-31T21:02:39+5:30
INDIA Alliance: उमर अब्दुल्ला ने कहा कि एक संयोजक होना चाहिए। मुझे लगता है कि एक वर्किंग ग्रुप की भी जरूरत है क्योंकि जिस तरह के हालात बन रहे हैं, हम इस तरह हर दो महीने में बैठक नहीं कर सकते हैं।

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मुंबईः विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के नेताओं की अनौपचारिक बैठक बृहस्पतिवार को शुरू हो गई। यह पूछे जाने पर कि INDIA गठबंधन का पीएम चेहरा कौन होगा। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आप मुझसे पूछें, तो मुझे नहीं लगता कि किसी प्रधानमंत्री पद के चेहरे की घोषणा करने की जरूरत है।
#WATCH | Mumbai | On the INDIA alliance meeting, National Conference Vice President Omar Abdullah says, "There should be a Convener. I think a Working Group is also needed because the kind of situation that is forming - we can't hold a meeting every two months like this. I think… pic.twitter.com/W1oykhgK1e
— ANI (@ANI) August 31, 2023
चुनाव होने दीजिए, हमें बहुमत मिलने दीजिए। उसके बाद निर्णय लिया जाएगा। अब्दुल्ला ने कहा, "एक संयोजक होना चाहिए। मुझे लगता है कि एक वर्किंग ग्रुप की भी जरूरत है क्योंकि जिस तरह के हालात बन रहे हैं, हम इस तरह हर दो महीने में बैठक नहीं कर सकते हैं। मेरा मानना है कि वर्किंग ग्रुप बनाकर यदि अधिक नियमित रूप से बैठकें आयोजित की जाएं तो यह निश्चित रूप से प्रभावी होंगी।"
#WATCH | Mumbai | When asked who will be the PM face of INDIA alliance, National Conference Vice President Omar Abdullah says, "If you ask me, I don't think we need to announce any Prime Ministerial face. Let the elections take place, let us get majority - decision will be made… pic.twitter.com/bbaORslY8v
— ANI (@ANI) August 31, 2023
विपक्षी गठबंधन की यह तीसरी बैठक है और शुक्रवार को औपचारिक एवं विस्तृत चर्चा होगी। सूत्रों का कहना है कि ‘इंडिया’ गठबंधन की इस दो दिवसीय बैठक में अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने की रणनीति, नए सहयोगियों को शामिल करने, गठबंधन के सांगठनिक स्वरूप और आगे के कार्यक्रमों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
विपक्षी गठबंधन की तीसरी बैठक की मेजबानी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के तीन घटक दलों कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) द्वारा की जा रही है। मुंबई के ग्रैंड हयात होटल में आयोजित रात्रिभोज पर हो रही अनौपचारिक बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हैं।
#WATCH | Meeting of INDIA alliance being held in Mumbai, Maharashtra.
— ANI (@ANI) August 31, 2023
(Video: AICC) pic.twitter.com/ZUt0IWgZw3
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, जनता दल (यूनाइटेड) के नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, राकांपा नेता शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और कई अन्य विपक्षी दलों के नेता शामिल हैं।
बैठक में उपस्थित रहने वाले नेताओं में आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता डी. राजा और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी शामिल हैं।
पवार ने बुधवार को कहा था कि बैठक में 28 दलों के 63 प्रतिनिधि भाग लेंगे। अगले लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का मुकाबला करने के लिए अपनी साझा रणनीति तैयार करने के लिए विपक्षी गठबंधन के नेता पटना और बेंगलुरु के बाद यहां तीसरे दौर के विचार-मंथन सत्र के लिए एकत्र हुए हैं।
विपक्षी नेता शुक्रवार सुबह ‘इंडिया’ के ‘लोगो’ को जारी कर सकते हैं। माना जा रहा है कि गठबंधन की एक समन्वय समिति की भी घोषणा की जाएगी, जिसमें प्रमुख विपक्षी दलों के 11 सदस्य शामिल हो सकते हैं। विपक्षी गठबंधन में इस बात पर भी चर्चा होने की संभावना है कि संयोजक होना चाहिए या नहीं। सीट बंटवारे, आंदोलन एवं अन्य संयुक्त कार्यक्रमों और संचार रणनीति से संबंधित उप समूह बनाने को लेकर भी कोई सहमति बन सकती है।