सरकारी स्कूल के बच्चों के सवालों से छूटा आईएएस अधिकारी का पसीना
By फहीम ख़ान | Published: April 12, 2022 08:47 PM2022-04-12T20:47:25+5:302022-04-12T20:55:14+5:30
‘ग्रेट भेंट’ कार्यक्रम में नागपुर जेडपी के सीईओ ने सरकारी स्कूल के बच्चों के सवालों का सामने करने का बाद कहा कि यूपीएससी की तुलना में इन छात्रों के सवाल कम नहीं हैं।
नागपुर: बच्चों के सवाल अनमोल होते हैं और ये सवाल तो कभी-कभी इतने उलझाऊ होते हैं कि की बड़े-बड़े ज्ञानी भी बगले झांकने लगते हैं।
जी हां, ऐसा ही कुछ हुआ जब नागपुर जेडपी के सीईओ ने सरकारी स्कूल के बच्चों के सवालों का सामने करने का बाद कहा कि यूपीएससी की तुलना में इन छात्रों के सवाल कम नहीं हैं।
नागपुर के नरखेड़ तहसील के थुगाव निपानी गांव के जिला परिषद स्कूल में छात्रों के लिए ‘ग्रेट भेंट’ कार्यक्रम में शामिल हुए जिला परिषद के सीईओ योगेश कुंभेजकर का सामना मासूम बच्चों के मासूम लेकिन बेहद दिलचस्प सवालों से सामना हुआ।
अधिकरी के साथ बच्चों के सवाल-जवाब में शायद ही किसी ने सोचा होगा कि बच्चों के सवालों से एक आईएएस अधिकारी को भी पसीना छूट जाएगा।
मराठी स्कूलों के इन बच्चों ने जब अंग्रेजी में सवालों को दागना शुरू किया तो आईएएस अफसर भी उनकी काबिलियत का लोहा मान गए। ‘ग्रेट भेंट’ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सीईओ तयशुदा समय से पहले ही विद्यार्थी सभागृह में पहुंच गए थे।
इसी दौरान सभागृह का दरवाजा खोलते हुए सीईओ ने कहा, "विद्यार्थी मित्रों! मे आई कम इन... विद्यार्थियों ने इसके जवाब में एक स्वर से कहा, ‘यस सर, वेलकम।’
एक-एक कर नन्हे-मुन्ने विद्यार्थियों ने सीईओ के सामने अपने सवालों की लंबी झड़ी लगा दी। सवाल-जवाब के इस कार्यक्रम के खत्म होने के बाद सीईओ योगेश कुंभेजकर मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा, ‘यूपीएससी का इंटरव्यू उनके लिए कठिन था लेकिन इन विद्यार्थियों के सवाल भी उससे कुछ कम नहीं थे।’
मालूम हो कि ‘ग्रेट भेंट’ कार्यक्रम में आईएएस अधिकारी से सवाल पूछने वालों में तीसरी से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थी शामिल थे। इस कार्यक्रम के जरिये विद्यार्थियों ने सीईओ के जीवन की कहानी को जानने का प्रयास किया।