बुरे फंसे आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथन, ड्यूटी पर वापस नहीं लौटने पर FIR, अनुच्छेद-370 निरस्त होने पर दिया था इस्तीफा

By भाषा | Published: April 24, 2020 09:08 PM2020-04-24T21:08:15+5:302020-04-24T21:08:15+5:30

इस्तीफा देने वाले आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथन को सरकार ने कोरोना महामारी के मद्देनजर तुरंत ड्यूटी में शामिल होने को कहा है, लेकिन गोपीनाथन ने सरकार के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है और कहा है कि वह काम फिर से शुरू नहीं करेंगे।

IAS officer Kannan Gopinathan FIR on non-return of duty resigns after repeal of Article -370 | बुरे फंसे आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथन, ड्यूटी पर वापस नहीं लौटने पर FIR, अनुच्छेद-370 निरस्त होने पर दिया था इस्तीफा

केंद्र शासित प्रशासन ने नौ अप्रैल को गोपीनाथन को पत्र लिखकर ड्यूटी पर वापस लौटने को कहा था क्योंकि उनका इस्तीफा अब तक स्वीकार नहीं किया गया है। (file photo)

Highlightsदमन पुलिस थाने में 21 अप्रैल को गोपीनाथन के खिलाफ महामारी रोग अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।पुलिस निरीक्षक लीलाधर मकवाना ने कहा कि सरकारी आदेश की अवहेलना के कारण गोपीनाथन आईपीसी की धारा 188 का भी सामना कर रहे हैं।

दमनः कोरोना वायरस महामारी के बीच सरकार के निर्देशों के बावजूद ड्यूटी पर नहीं लौटने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी कन्नन गोपीनाथन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

गोपीनाथन ने पिछले वर्ष अगस्त में केंद्र शासित प्रदेशों दमन एवं दीव और दादरा एवं नगर हवेली के ऊर्जा विभाग के सचिव पद से इस्तीफा दे दिया था। पुलिस ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेशों दमन एवं दीव और दादरा एवं नगर हवेली की सीमा अंतर्गत आने वाले मोती दमन पुलिस थाने में 21 अप्रैल को गोपीनाथन के खिलाफ महामारी रोग अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिस निरीक्षक लीलाधर मकवाना ने कहा कि सरकारी आदेश की अवहेलना के कारण गोपीनाथन आईपीसी की धारा 188 का भी सामना कर रहे हैं। केरल से आने वाले गोपीनाथन ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के कई प्रावधानों को निरस्त किए जान के बाद लोगों की अभिव्यक्ति की आजादी का हनन करने का आरोप लगाते हुए सेवा से इस्तीफा दे दिया था।

पुलिस अधिकारी ने कहा, '' कार्मिक विभाग के अधीक्षक एचएच कांबले की शिकायत के आधार पर कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर ड्यूटी पर नहीं लौटने के चलते गोपीनाथन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।'' केंद्र शासित प्रशासन ने नौ अप्रैल को गोपीनाथन को पत्र लिखकर ड्यूटी पर वापस लौटने को कहा था क्योंकि उनका इस्तीफा अब तक स्वीकार नहीं किया गया है।

वहीं, गोपीनाथन ने ड्यूटी पर लौटने से इंकार करते हुए इसे प्रताड़ित करना करार दिया था। गोपीनाथन ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लिए जाने के विरोध में पिछले साल 21 अगस्त को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उस दौरान वह केंद्र शासित प्रदेशों दमन एवं दीव और दादरा एवं नगर हवेली के ऊर्जा विभाग के सचिव के तौर पर तैनात थे। 

Web Title: IAS officer Kannan Gopinathan FIR on non-return of duty resigns after repeal of Article -370

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे