कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवानी को सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने पहचानने से किया इनकार, पूछा- कौन है वह?
By रुस्तम राणा | Published: April 21, 2022 06:41 PM2022-04-21T18:41:18+5:302022-04-21T18:42:33+5:30
जब पत्रकारों ने सीएम सरमा से गुजरात विधायक जिग्नेश मेवानी की गिरफ्तारी पर सवाल किया गया तो उन्होंने मीडिया से कहा, "मुझे नहीं पता। वह कौन है?"
दिसपुर:असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गिरफ्तार कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवानी को पहचाने से ही इनकार कर दिया है। गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी के बारे में पूछे जाने पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को जानने से इनकर कर दिया। बता दें कि कांग्रेस विधायक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में कथित रूप से आपत्तिजनक ट्वीट के सिलसिले में असम पुलिस ने बीती देर रात गिरफ्तार किया है और आज उन्हें गुवाहाटी लाया गया।
दरअसल, जब पत्रकारों ने सीएम सरमा से गुजरात विधायक जिग्नेश मेवानी की गिरफ्तारी पर सवाल किया गया तो उन्होंने मीडिया से कहा, "मुझे नहीं पता। वह कौन है?" मुख्यमंत्री ने उन पत्रकारों से पूछा जिन्होंने उनसे मेवानी की गिरफ्तारी पर उनकी प्रतिक्रिया मांगी थी। सीएम ने कहा, "मुझे मामले की बारीकियों की जानकारी नहीं है, जब मैं उन्हें नहीं जानता तो प्रतिशोध की राजनीति कौन करेगा?"
I'm not aware of the specifics of the case. Who will do vendetta politics when I don't know him? There will be enough evidence in Congress ruling states where things (tweets) have been taken seriously: Assam CM Himanta Biswa Sarma on the arrest of Gujarat MLA Jignesh Mevani pic.twitter.com/ncA4BSyJeS
— ANI (@ANI) April 21, 2022
साथ ही असम के मुख्यमंत्री ने विपक्षी कांग्रेस पर भी कटाक्ष किया, जिसने आरोपों के खिलाफ मेवानी का बचाव करने में मदद करने के लिए कानूनी सहायता का सहारा लिया है। उन्होंने कहा, "कांग्रेस शासित राज्यों में पर्याप्त सबूत होंगे जहां चीजों (उनके ट्वीट) को गंभीरता से लिया गया है।" कांग्रेस ने जिग्नेश मेवानी की गिरफ्तारी में 'साजिश' का दावा किया है।
असम कांग्रेस इकाई के प्रमुख भूपेन बोरा ने दावा किया कि उनपर FIR की कोई जानकारी नहीं दी गई है जिसके आधार पर मेवानी को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा मेवानी 'हमेशा भाजपा और आरएसएस के खिलाफ मुखर रहे हैं।' वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अधिवक्ता और महासचिव कंकन दास ने बताया कि हम उनकी जमानत याचिका दायर कर रहे हैं। उम्मीद है कि वह जल्द ही बाहर होंगे।