'ईडी, सीबीआई के दबाव के कारण AAP नहीं छोड़ी': बीजेपी में शामिल होने पर बोले

By रुस्तम राणा | Updated: November 18, 2024 16:20 IST2024-11-18T16:20:54+5:302024-11-18T16:20:54+5:30

कैलाश गहलोत ने कहा, "कुछ लोग सोच रहे होंगे कि यह फैसला रातोंरात और किसी के दबाव में लिया गया। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मैंने आज तक किसी के दबाव में आकर कुछ नहीं किया...मैं सुन रहा हूं कि यह कहानी गढ़ने की कोशिश की जा रही है कि यह प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय जांच ब्यूरो के दबाव में किया गया...यह सब गलत है।"

'I did not leave AAP due to pressure from ED, CBI': Said on joining BJP | 'ईडी, सीबीआई के दबाव के कारण AAP नहीं छोड़ी': बीजेपी में शामिल होने पर बोले

'ईडी, सीबीआई के दबाव के कारण AAP नहीं छोड़ी': बीजेपी में शामिल होने पर बोले

Highlightsकैलाश गहलोत AAP से इस्तीफा देने के एक दिन बाद ही सोमवार को भाजपा में शामिल हो गएपूर्व आप नेता ने स्पष्ट किया कि उन्होंने ईडी और CBI के दबाव के कारण दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी नहीं छोड़ीगहलोत ने इन अटकलों को पूरी तरह से खारिज किया

नई दिल्ली: कैलाश गहलोत आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने के एक दिन बाद ही सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई के दबाव के कारण दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा, "कुछ लोग सोच रहे होंगे कि यह फैसला रातोंरात और किसी के दबाव में लिया गया। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मैंने आज तक किसी के दबाव में आकर कुछ नहीं किया...मैं सुन रहा हूं कि यह कहानी गढ़ने की कोशिश की जा रही है कि यह प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय जांच ब्यूरो के दबाव में किया गया...यह सब गलत है।"

अपने त्यागपत्र में गहलोत ने दावा किया कि आप की "राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं" लोगों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता से आगे निकल गई हैं। 50 वर्षीय गहलोत ने आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल को लिखे अपने त्यागपत्र में कहा, "लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने के बजाय हम केवल अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए लड़ रहे हैं।" पार्टी में प्रमुख जाट नेता गहलोत ने केजरीवाल पर भी कटाक्ष किया और 'शीशमहल' जैसे कुछ "अजीब" और "शर्मनाक" विवादों को उठाया। उन्होंने कहा कि इससे सभी को संदेह होता है कि "क्या हम अभी भी 'आम आदमी' होने में विश्वास करते हैं"।

AAP को झटका

गृह, प्रशासनिक सुधार, आईटी और महिला एवं बाल विकास विभागों के प्रभारी गहलोत का यह बदलाव ऐसे समय में हुआ है जब पार्टी अगले साल फरवरी में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रही है। गहलोत केजरीवाल कैबिनेट के तीसरे सदस्य हैं जिन्होंने पार्टी और मंत्री पद छोड़ा है। अप्रैल में, सामाजिक कल्याण और श्रम एवं रोजगार मंत्री राज कुमार आनंद ने पार्टी छोड़ दी थी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे। आनंद ने राजेंद्र पाल गौतम की जगह ली है जिन्होंने नवंबर 2022 में पार्टी और कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था।

कैलाश गहलोत ने AAP क्यों छोड़ी

अपने त्यागपत्र में कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी की इस बात की तीखी आलोचना की कि वह लोगों के अधिकारों की वकालत करने से हटकर अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने में लग गई है। उन्होंने तर्क दिया कि इस बदलाव ने दिल्ली के निवासियों को आवश्यक सेवाएँ देने की पार्टी की क्षमता को कमज़ोर कर दिया है।

गहलोत ने यमुना नदी की सफाई के वादे को पूरा न किए जाने की ओर इशारा किया, जो पहले से कहीं ज़्यादा प्रदूषित है, और 'शीशमहल' मुद्दे जैसे विवादों पर चिंता जताई। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे मुद्दों ने जनता को यह सवाल उठाने पर मजबूर कर दिया है कि क्या AAP अभी भी "आम आदमी" की पार्टी होने के अपने संस्थापक सिद्धांत पर कायम है।

इन विशिष्ट विफलताओं के अलावा, गहलोत ने पार्टी के भीतर आंतरिक चुनौतियों को भी उजागर किया, जिसमें दावा किया गया कि AAP का ध्यान सार्वजनिक सेवा के बजाय राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर है, जिसने दिल्ली के लोगों को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दों पर प्रगति में बाधा उत्पन्न की है।
 

Web Title: 'I did not leave AAP due to pressure from ED, CBI': Said on joining BJP

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