गाय के गोबर से दीये और मूर्तियां बनाने की अनूठी पहल शुरू, दीपावली पर घर होंगे रोशन

By भाषा | Published: October 4, 2020 04:14 PM2020-10-04T16:14:02+5:302020-10-04T16:14:02+5:30

कथीरिया ने बताया, "विदेशों में लोगों ने गाय के गोबर से बने उत्पाद खरीदने में रुचि दिखाई है। जहां यह कदम गायों की रक्षा करके उन्हें उपयोगी बनाने में मदद करेगा, वहीं वह बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराएगा।"

houses will be illuminated with lamps made of cow dung in On Diwali say vallabhbhai Kathiria | गाय के गोबर से दीये और मूर्तियां बनाने की अनूठी पहल शुरू, दीपावली पर घर होंगे रोशन

प्रतीकात्मक तस्वीर

Highlightsराष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने गाय के गोबर से दीये और मूर्तियां बनाने की अनूठी पहल शुरू की है।दीपावली के मौके पर लोग चीन से आयातित दीपों की जगह इन दीपकों से अपने घरों को जगमगा सकेंगे।

नई दिल्लीः राष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने गाय के गोबर से दीये और मूर्तियां बनाने की अनूठी पहल शुरू की है, जिससे दूध न देने वाली गायों के संरक्षण में भी मद्द मिलेगी तथा दीपावली के मौके पर लोग चीन से आयातित दीपों की जगह इन दीपकों से अपने घरों को जगमगा सकेंगे। आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. वल्लभ भाई कथीरिया ने बताया, "गुजरात में गाय के गोबर से बड़े पैमाने पर मशीनों व सांचों के जरिए दीपक, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, शुभ-लाभ सरीखे प्रतीक व चाभी के गुच्छे तैयार किए गए हैं, जिन्हें जल्दी ही राष्ट्रीय स्तर पर बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।"

उन्होंने कहा, " इससे गौरक्षा व गाय के कल्याण तथा विकास को बढ़ावा मिलेगा। अब तक हमारे देश में लोग दुधारू (दूध देने वाली) गाय के संरक्षण की बातें करते आए हैं। मगर इस कोशिश से दूध न देने वाली बूढ़ी व दूसरी तमाम गायों के गोबर का भी सदुपयोग किया जा सकता है।"

कथीरिया ने बताया, "विदेशों में लोगों ने गाय के गोबर से बने उत्पाद खरीदने में रुचि दिखाई है।" उन्होंने बताया, "जहां यह कदम गायों की रक्षा करके उन्हें उपयोगी बनाने में मदद करेगा, वहीं वह बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराएगा।"

आयोग के अध्यक्ष ने यह भी कहा, "इसका धर्म या संगठन से कुछ लेना-देना नहीं है, बल्कि यह तो लोगों की आय बढ़ाने वाला एक अहम कदम है।" दीपावली का त्योहार 14 नवंबर को मनाया जाना है। केंद्र सरकार ने फरवरी 2019 में कामधेनु आयोग के गठन को मंजूरी दी थी और कथीरिया को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया था। यह आयोग पशु विकास के कार्यक्रमों को दिशा देने का काम करता है। 

Web Title: houses will be illuminated with lamps made of cow dung in On Diwali say vallabhbhai Kathiria

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे