घर वापसी: अब्दुल जमील सनातन हिंदू धर्म अपनाकर बने श्रवण कुमार, बोले- "घर में रखी भगवान राम की तस्वीर की पूजा किया करता था"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 22, 2022 03:40 PM2022-07-22T15:40:37+5:302022-07-22T15:49:30+5:30
यूपी के फतेहपुर में रेलवे के रिटायर्ड कर्मचारी अब्दुल जमील ने इस्लाम त्यागकर हिंदू धर्म अपना लिया और मौके पर मौजूद हिंदू धर्म गुरुओं ने उन्हें श्रवण कुमार का नाम दिया।
फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में अब्दुल जमील नाम के बुजुर्ग ने धर्म परिवर्तन करते स्वयं को श्रवण कुमार बना लिया है। अब्दुल जमील रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी हैं। जानकारी के मुताबिक बीते गुरुवार को जमील ने धर्म परिवर्तन के लिए एक मंदिर में काफी भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया और हिंदू पुरोहितों की अगुवाई में हुई पूजा-पाठ के बाद पूरे धार्मिक रीति-रिवाजों का पालन करते हुए जनेऊ धारण करके हिंदू धर्म अपना लिया।
मौके पर मौजूद हिंदू धर्म पुरोहितों ने अब्दुल जमील के द्वारा इस्लाम धर्म त्यागने के बाद उन्हें श्रवण कुमार के नाम से संबोधित किया। इस दौरान मंदिर में मौजूद हिंदुओं ने अब्दुल जमील यानी श्रवण कुमार का माला पहनाकर स्वागत किया।
यूपी के फतेहपुर में रेलवे के रिटायर कर्मचारी अब्दुल जमील ने हिंदू धर्म अपना लिया, उन्होंने कहा कि भगवान राम में उनकी पूरी आस्था है। pic.twitter.com/YGhnbqEy1i
— आदित्य तिवारी / Aditya Tiwari (@aditytiwarilive) July 22, 2022
इस मौके पर अब्दुल जमील ने कहा कि वह बीते कई दशकों से इस्लाम को छोड़कर हिंदू धर्म में शामिल होना चाहते थे। उन्होंने कहा कि उनके पुरखों ने किसी जमाने में धर्म परिवर्तन करके इस्लाम स्वीकार किया था लेकिन उनकी अंतरात्मा उन्हें सदैव हिंदू धर्म की ओर खिंचती थी। जमील ने कहा कि आज उन्होंने घर वापसी की है और जिस तरह से उन्हें हिंदू धर्म में हाथों-हाथ लिया गया है। उससे वो बेहद खुश हैं।
उन्होंने कहा कि उनके लिए हिंदू धर्म को अपनाना इतना आसान नहीं था। जब जमील ने धर्म परिवर्तन के बारे में फाइनल फैसला कर लिया तो उन्हें कई तरह की धमकियों का सामना करना पड़ा। खुद अब्दुल जमील के करीबी रिश्तेदारों ने भी इसका विरोध किया लेकिन कट्टरपंथियों ने तो उन्हें बाकायदा धमकी तक दी।
उनका आरोप है कि कथित तौर पर जब इस बात की जानकारी मुस्लिम कट्टरपंथियों को लगी तो उन्होंने अब्दुल जमील के फैसले का कड़ा विरोध किया। उन्हें तरह-तरह की यातनाएं देकर धर्म न छोड़ने के लिए प्रताड़ित किया गया, जान से मारने की भी धमकी दी गई लेकिन जमील अपने फैसले पर अडीग रहे और और अपने आत्मविश्वास के बल पर कट्टरपंथियों को कड़ा जवाब दिया।
इसके बाद जमील ने फतेहपुर के कुछ हिंदू पुरोहितों से संपर्क किया और उनसे अपनी इच्छा के बारे में चर्चा की। जमील ने कहा कि हिंदू धर्म पुरोहित इस बात के लिए फौरन तैयार हो गये। उसके बाद गुरुवार 21 जुलाई की तारीख तय हुई धर्म परिवर्तन के लिए।
बीते गुरुवार के दिन फतेहपुर के हनुमान मंदिर में हिंदू धर्म गुरुओं की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच हवन-पूजन और कर्मकांड के जरिये जमील ने हिंदू धर्म अपना लिया। जमील ने कहा कि मुस्लिम समाज ने भले उनके धर्म परिवर्तन का विरोध किया लेकिन उनकी पत्नी और बच्चों ने इसका विरोध नहीं किया।
मंदिर में धर्म परिवर्तन के बाद रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी अब्दुल जमील ने कहा उनके घर में काफी दिनों से भगवान राम की तस्वीर रखी और वो राजाना उसकी पूजा-अर्चना भी किया करते थे।