Rangbhari Ekadashi 2022: वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में रंगभरी एकादशी के मौके पर शुरू हुआ होली का जश्न, देखें वीडियो

By मनाली रस्तोगी | Published: March 14, 2022 12:05 PM2022-03-14T12:05:34+5:302022-03-14T12:33:42+5:30

मथुरा के शहर वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में रंगभरी एकादशी 2022 के अवसर पर होली का जश्न शुरू हो गया है। ऐसे में बांके बिहारी मंदिर से श्रद्धालुओं द्वारा होली खेलने का वीडियो सामने आया है।

Holi celebrations begin on the occasion of Rangbhari Ekadashi at Banke Bihari Temple in Vrindavan | Rangbhari Ekadashi 2022: वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में रंगभरी एकादशी के मौके पर शुरू हुआ होली का जश्न, देखें वीडियो

Rangbhari Ekadashi 2022: वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में रंगभरी एकादशी के मौके पर शुरू हुआ होली का जश्न, देखें वीडियो

Highlightsरंगभरी एकादशी 2022 के अवसर पर वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में होली का जश्न शुरू हो गया है। बांके बिहारी मंदिर से श्रद्धालुओं द्वारा होली खेलने का वीडियो सामने आया है।

Rangbhari Ekadashi 2022: मथुरा के शहर वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में रंगभरी एकादशी 2022 के अवसर पर होली का जश्न शुरू हो गया है। ऐसे में मंदिर से श्रद्धालुओं द्वारा होली खेलने का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में श्रद्धालु जमकर होली खेलते हुए नजर आ रहे हैं। आज रंगभरी एकादशी है। भगवान शिव और माता पारवती की इस दिन विधि-विधान से पूजा की जाती है। 

पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रंगभरी एकादशी को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, माता पार्वती से जब भगवान शिव का विवाह हुआ तो भगवान शिव माता पार्वती को फाल्गुन शुक्ल एकादशी तिथि को पहली बार अपनी नगरी काशी लेकर आए थे। तब दोनों का रंग गुलाल से उनके गणों और भक्तों ने स्वागत किया था। इस वजह से इसे रंगभरी एकादशी कहा जाता है। मान्यता के अनुसार, रंगभरी एकादशी पर बाबा विश्वनाथ की पवित्र नगरी वाराणसी में भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा की जाती है।

आमलकी एकादशी मुहूर्त

एकादशी तिथि प्रारंभ - 13 मार्च की सुबह 10 बजकर 21 मिनट से
एकादशी तिथि समाप्त - 14 मार्च को दोपहर 12 बजकर 5 मिनट पर
व्रत का पारण - 15 मार्च को सुबह 06.31 मिनट से सुबह 08.55 मिनट तक 

रंगभरी एकादशी पर इस बार बनेंगे खास योग

इस बार रंगभरी एकादशी 2022 के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है, ऐसे में ये इसे और भी शुभ बना रहा है। ज्योतिष के जानकारों के अनुसार सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06 बजकर 32 मिनट से प्रारंभ होकर रात 10 बजकर 08 मिनट तक चलेगा। वहीं रात 10 बजकर 08 मिनट तक रंगभरी एकादशी में पुष्य नक्षत्र रहेगा।

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Web Title: Holi celebrations begin on the occasion of Rangbhari Ekadashi at Banke Bihari Temple in Vrindavan

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