Hindi Diwas 2020: हिंदी दिवस 14 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है, पढ़िए इसका इतिहास
By विनीत कुमार | Published: September 14, 2020 09:11 AM2020-09-14T09:11:55+5:302020-09-14T09:11:55+5:30
Hindi Diwas 2020: हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। इसे मनाने की शुरुआत 1953 में हुई थी। हिंदी भाषा भारत सहित दुनिया के कई अन्य देशों में भी बोली जाती है।
Hindi Diwas 2020: आज हिंदी दिवस है। भारत में ये हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। इस मौके पर देश भर के कई स्कूलों, कार्यालयों और अन्य जगहों पर विशेष कार्यक्रम आदि मनाये जाते हैं। हालांकि, इस बार कोरोना संकट के कारण ऐसा देखने को नहीं मिलेगा। देश के कई राज्यों में बोले जाने वाली भाषा हिंदी केवल बोलचाल नहीं बल्कि भारत की पहचान के तौर पर भी उभरी है।
एक अध्ययन के अनुसार देश में करीब 77 फीसदी लोग हिंदी बोलते हैं। वहीं, दुनिया में भी ये तीसरी सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा है। क्या आप जानकते हैं कि आखिर 14 सितंबर को ही हिंदी दिवस क्यों मनाते हैं। इस दिन का इतिहास और महत्व क्या है, आईए हम आपको बताते हैं...
Hindi Diwas: 14 सितंबर को हिंदी दिवस क्यों मनाते हैं
दरअसल, 1947 में भारत की आजादी के बाद ये प्रश्न सबके मन में उठा कि इस देश की राष्ट्रीय भाषा क्या हो। इसे लेकर कई मतभेद थे। भारत में कई तरह की स्थानीय भाषाएं हैं और इसलिए किसी एक भाषा को राष्ट्रीय भाषा का दर्जा देना बेहद मुश्किल था। इसे लेकर संविधान सभा में काफी बहस भी हुई।
आखिरकार 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया। इसे राजभाषा का दर्जा दिए जाने पर गैर हिंदी भाषा लोगों ने विरोध किया। बाद में संविधान सभा ने देवनागरी लिपि वाली हिंदी के साथ ही अंग्रेजी को भी आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया। हालांकि पहला हिंदी दिवस 1953 में मनाया गया और फिर वहां से ये परंपरा शुरू हुई जो अभी तक जारी है।
बता दें कि हिंदी भाषा मॉरिशस, फिजी, सुरीनाम, त्रिनिदाद और टोबेगो में भी बोली जाती है। साथ ही हिंदी वैसी सात भाषाओं में से एक है जिसका उपयोग वेब एड्रेस बनाने में किया जा सकता है। हिंदी को विश्व स्तर पर बढ़ावा देने और इसकी पहचान को और व्यापक करने के लक्ष्य के साथ 1975 से ‘विश्व हिंदी सम्मेलन’ का भी आयोजन शुरू किया गया।