हिमाचल प्रदेश उपचुनाव: लोकसभा की एक, विधानसभा की तीन सीटों के लिए मतगणना शुरू
By भाषा | Updated: November 2, 2021 09:53 IST2021-11-02T09:53:26+5:302021-11-02T09:53:26+5:30

हिमाचल प्रदेश उपचुनाव: लोकसभा की एक, विधानसभा की तीन सीटों के लिए मतगणना शुरू
शिमला, दो नवंबर हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा क्षेत्र और तीन विधानसभा सीटों के लिए हाल में हुए उपचुनाव के लिए मतगणना कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंगलवार सुबह आठ बजे शुरू हुई।
मंडी संसदीय क्षेत्र और फतेहपुर, अर्की और जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को हुए उपचुनाव के लिए 25 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) सी पलरासु ने बताया कि मंडी सीट के लिए 11 मतगणना पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है, जबकि तीन सामान्य पर्यवेक्षकों को फतेहपुर, अर्की और जुब्बल-कोटखाई सीटों के लिए नियुक्त किया गया है।
इनके अलावा, प्रत्येक मतगणना पटल के लिए एक सूक्ष्म पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। सीईओ ने बताया कि कोविड-19 वैश्विक महामारी को देखते हुए उम्मीदवारों और उनके समर्थकों द्वारा विजय जुलूसों पर रोक लगा दी गई है।
मंडी संसदीय सीट और तीन विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव 30 अक्टूबर को हुए थे। मंडी में छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, हालांकि दिवंगत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी एवं कांग्रेस उम्मीदवार प्रतिभा सिंह और करगिल युद्ध के नायक रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ब्रिगेडियर खुशाल सिंह ठाकुर के बीच सीधा मुकाबला होने की उम्मीद है।
विधानसभा की तीन सीटों के लिए 12 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जुब्बल-कोटखाई में निर्दलीय उम्मीदवार चेतन सिंह ब्रगटा, कांग्रेस के रोहित ठाकुर और भाजपा की नीलम सरायक को कड़ी टक्कर दे सकते हैं, जहां निर्दलीय उम्मीदवार सुमन कदम सहित चार उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
अर्की से भाजपा के रतन सिंह पाल और कांग्रेस के संजय मुख्य दावेदार के तौर पर नजर आ रहे हैं, जहां निर्दलीय उम्मीदवार जीत राम भी किस्मत आजमा रहे हैं। फतेहपुर में मुख्य मुकाबला भाजपा के बलदेव ठाकुर और कांग्रेस के भवानी सिंह पठानिया के बीच होने की संभावना है।
मौजूदा सांसदों, विधायकों के निधन के बाद सीटें खाली होने के कारण उपचुनाव हुए थे। मंडी सीट भाजपा सांसद राम स्वरूप शर्मा के निधन के बाद खाली हुई थी, जो 17 मार्च को दिल्ली में अपने आधिकारिक आवास पर मृत पाए गए थे।
राज्य के पूर्व मंत्री और फतेहपुर के कांग्रेस विधायक सुजान सिंह पठानिया, पूर्व मंत्री और जुब्बल-कोटखाई के विधायक नरिंदर बरागटा और पूर्व मुख्यमंत्री और अर्की से विधायक वीरभद्र सिंह का क्रमश: फरवरी, जून और जुलाई में निधन हो गया था।
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