हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावः कांग्रेस ने घोषणापत्र जारी किया, महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह, 300 यूनिट मुफ्त बिजली, 10 गारंटी देने का वादा, जानें बड़ी बातें
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 5, 2022 12:04 PM2022-11-05T12:04:43+5:302022-11-05T12:24:58+5:30
Himachal Pradesh Assembly Elections: कांग्रेस ने जनता को ओपीएस लागू करने, महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह, 300 यूनिट मुफ्त बिजली और 2 रुपये प्रति किलो गाय के गोबर की खरीद सहित 10 गारंटी देने का वादा किया है।
शिमलाः हिमाचल प्रदेश चुनाव के लिए कांग्रेस ने शिमला में अपना घोषणापत्र जारी किया। इस दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहे। कांग्रेस ने जनता को ओपीएस लागू करने, महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह, 300 यूनिट मुफ्त बिजली और 2 रुपये प्रति किलो गाय के गोबर की खरीद सहित 10 गारंटी देने का वादा किया है।
राज्य में कुल 68 विधानसभा सीटें हैं। हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। मतगणना आठ दिसंबर को की जाएगी। मौजूदा विधानसभा में भाजपा के 43, जबकि कांग्रेस के 22 सदस्य हैं। सदन में दो निर्दलीय सदस्य और माकपा का एक सदस्य है।
Congress releases its manifesto for the #HimachalPradeshElections; Chhatisgarh CM Bhupesh Baghel also present.
— ANI (@ANI) November 5, 2022
Congress promises 10 guarantees to the public incl implementation of OPS, Rs 1500 per month to women,300 units of free electricity & purchase of cow dung at Rs 2 per kg pic.twitter.com/PeKctGGazm
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को अपना घोषणापत्र जारी किया। पार्टी ने पुरानी पेंशन योजना, 30 यूनिट मुफ्त बिजली और प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में 10 करोड़ ‘स्टार्टअप निधि’ देने का वादा किया है।
घोषणापत्र जारी करने के मौके पर अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एसआईसीसी) के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला, प्रदेश कांग्रेस समिति के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सिंह सुक्खू और एआईसीसी सचिव तेजिंदर पाल बिट्टू तथा मनीष चतरथ भी मौजूद थे।
पार्टी की चुनाव घोषणा समिति के अध्यक्ष धनीराम शांडिल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकाम रही है और उसने पांच साल पहले किए गए अपने वादे पूरे नहीं किए। शांडिल ने कहा, ‘‘यह महज चुनावी घोषणापत्र नहीं है बल्कि हिमाचल प्रदेश के लोगों के विकास तथा कल्याण के लिए तैयार दस्तावेज है।’’ कांग्रेस राज्य में सत्ता विरोधी लहर को भुनाने की कोशिश कर रही है और मतदाताओं से भाजपा को सत्ता से बेदखल का अनुरोध कर रही है।