लद्दाख में हेनले को ‘डार्क स्काई सेंचुरी’ घोषित किया जाएगा
By भाषा | Published: October 30, 2021 06:31 PM2021-10-30T18:31:44+5:302021-10-30T18:31:44+5:30
लेह, 30 अक्टूबर लद्दाख केंद्रशासित प्रदेश का प्रशासन क्षेत्र में खगोल-पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हेनले को भारतीय ताराभौतिकी संस्थान के साथ मिलकर ‘डार्क स्काई सेंचुरी’ घोषित करेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
‘डार्क स्काई सेंचुरी’ में ऊर्जा खर्च किये बिना और दूसरे क्षेत्रों को प्रदूषित किये बगैर जरूरत के हिसाब से प्रकाश की प्राकृतिक व्यवस्था होती है। यहां रात के समय स्वाभाविक तौर पर अंधेरा होता है और सितारों की प्राकृतिक रोशनी होती है।
लद्दाख के प्रधान सचिव (नियोजन, विकास और पर्यवेक्षण विभाग) पवन कोतवाल ने संरक्षित और वन्यजीव क्षेत्रों में कुछ गतिविधियों को मुख्यधारा में लाने पर विचार-विमर्श करने के लिए बुलाई गयी उच्चस्तरीय बैठक में यह घोषणा की।
हेनले में दुनिया की सबसे ऊंची खगोलीय वेधशाला है जो पुरातनकालीन लद्दाख-तिब्बत व्यापार मार्ग की पुरानी शाखा पर हेनले नदी घाटी में स्थित है।
यहां तिब्बती बौद्ध धर्म की द्रुकपा कागयू शाखा का 17वीं सदी का हेनले मठ रहा है।
बैठक में मौजूद रहे सैन्य अधिकारी कर्नल पंकज सिन्हा ने कहा कि सेना हेनले को डार्क स्काई सेंचुरी बनाने में हरसंभव जरूरी सहयोग प्रदान करेगी।
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