Hemant Soren Live News: 23 साल और 11 सीएम, झारखंड इतिहास में तीन पूर्व मुख्यमंत्री खा चुके हैं जेल की हवा, देखें लिस्ट
By एस पी सिन्हा | Published: February 1, 2024 04:01 PM2024-02-01T16:01:32+5:302024-02-01T16:15:53+5:30
Hemant Soren Live News: बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, शिबू सोरेन, मधु कोड़ा और हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बन चुके हैं, लेकिन कोई भी मुख्यमंत्री अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सका।

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रांचीः झारखंड के बनने के 23 सालों में 6 मुख्यमंत्री बने। जिसमें राज्य के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में चंपई सोरेन के शपथ लेने की बातें कही जा रही है। इस बीच राज्य में 3 बार राष्ट्रपति शासन भी लगाया जा चुका है। दरअसल, झारखंड के जमीन घोटाला मामले में फंसे हेमंत सोरेन ने बुधवार शाम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। ईडी ने सोरेन को गिरफ्तार कर लिया है, जिसके बाद अब झामुमो के नेता चंपई सोरेन झारखंड के अगले मुख्यमंत्री होंगे। चंपई ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। हालांकि राजभवन ने अभी शपथ ग्रहण का वक्त तय नहीं किया है। उल्लेखनीय है कि बिहार से अलग होकर झारखंड को बने हुए 23 साल हो गए हैं। इन 23 सालों के सियासी इतिहास में कुल 11 मुख्यमंत्री बने हैं।
अब तक झारखंड के इतिहास में भाजपा नेता रघुवर दास ही इकलौते मुख्यमंत्री रहे हैं, जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। जबकि, इससे पहले राज्य में बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, शिबू सोरेन, मधु कोड़ा और हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बन चुके हैं, लेकिन कोई भी मुख्यमंत्री अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सका।
वहीं, झारखंड में मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी ये कोई पहली बार नहीं हैं। झारखंड के निर्माण के बाद से अब तक 3 मुख्यमंत्रियों को अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया जा चुका है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा अपने कार्यकाल के दौरान जेल की हवा खा चुके है। मधु कोड़ा भ्रष्टाचार के मामले में जेल गए थे। उनपर मनी लॉन्ड्रिंग और आय से अधिक संपत्ति जमा करने का आरोप लगा था।
कथित तौर पर वे एक खनन मामले में शामिल थे। उन पर रिश्वत के बदले खनन का ठेका देने का आरोप लगा था। कोड़ा पर 4,000 करोड़ से ज्यादा की कमाई करने का आरोप लगा था। साल 2009 में कोड़ा गिरफ्तार हुए थे और साल 2013 में रिहा कर दिया गया था। इसके साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 144 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क कर लिया गया था।
जिसके बाद एक बार फिर साल 2017 में उन्हें दोषी ठहराया गया और 3 साल की सजा के साथ 25 लाख का जुर्माना लगाया गया। वहीं हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन को साल 1994 में उनके निजी सचिव शशि नाथ झा के अपहरण और हत्या के मामले में शामिल होने के आरोप में दिल्ली की अदालत ने साल 2006 में शिबू सोरेन को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
वहीं अगस्त 2007 में दिल्ली हाईकोर्ट ने कोई ठोस सबूत न मिलने और पेश करने पर सीबीआई को फटकार लगाई थी और शिबू सोरेन को बरी कर दिया था। अप्रैल 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने अपने निजी सचिव की हत्या के मामले में शिबू को बरी करने के फैसले को बरकरार रखा। अब हेमंत सोरेन जमीन घोटाला मामले में जेल गए हैं।
बता दें कि साल 2000 में 15 नवंबर को बिहार से अलग होकर झारखंड एक राज्य के रूप में अस्तित्व में आया। झारखंड में अब तक 6 नेताओं को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला, जिन्होंने 11 बार सत्ता संभाली। इसमें सबसे ज्यादा भाजपा नेता अर्जुन मुंडा और झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन को मौका मिला और वह 3-3 बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने।
जिनमें से केवल रघुवर दास ने अपने 5 साल का कार्यकाल पूरा किया। वहीं 6 मुख्यमंत्रियों में से बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास और अर्जुन मुंडा है जिन्हें जेल नहीं जाना पड़ा है। अब चंपई सोरेन अगर मुख्यमंत्री बनते हैं तो फिर 7वें नेता होंगे।