'लोग बाजार से सामान खरीदते हैं लेकिन भाजपा विधायक खरीदती है', सदन में विपक्ष पर बरसे हेमंत सोरेन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 5, 2022 12:57 PM2022-09-05T12:57:10+5:302022-09-05T13:01:09+5:30
लाभ के पद मामले में सोरेन को विधानसभा से अयोग्य ठहराने की भाजपा की याचिका के बाद, निर्वाचन आयोग ने 25 अगस्त को राज्यपाल रमेश बैस को अपने फैसले से अवगत कराया, जिससे राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया।
रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया। इस दौरान वह विपक्ष पर खूब बरसे। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विधायकों की खरीद फरोख्त के प्रयास के चलते उन्होंने यह कदम उठाया है।
सोरेन ने विधानसभा में भाजपा पर लोकतंत्र को बर्बाद करने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने कहा कि लोग बाजार से सामान खरीदते हैं लेकिन भाजपा विधायक खरीदती है। मुख्यमंत्री ने सदन में कहा, ‘‘विपक्ष ने लोकतंत्र को बर्बाद कर दिया है....भाजपा विधायकों की खरीद फरोख्त में शामिल रही है....हम सदन में अपना संख्या बल दिखाएंगे।’’ हेमंत ने आगे कहा कि ‘‘लोग बाजार से सामान खरीदते हैं लेकिन भाजपा विधायक खरीदती है।’’
गौरतलब है कि लाभ के पद मामले में सोरेन को विधानसभा से अयोग्य ठहराने की भाजपा की याचिका के बाद, निर्वाचन आयोग ने 25 अगस्त को राज्यपाल रमेश बैस को अपने फैसले से अवगत कराया, जिससे राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया। हालांकि निर्वाचन आयोग के फैसले को अभी तक घोषित नहीं किया गया है, लेकिन चर्चा है कि आयोग ने विधायक के रूप में सोरेन की अयोग्यता की सिफारिश की थी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यूपीए विधायकों के साथ राज्य विधानसभा पहुंचे। 82 सदस्यीय सदन में सत्तारूढ़ गठबंधन के 49 विधायक हैं जिनमें झामुमो के 30, कांग्रेस के 18 और राजद के एक विधायक शामिल हैं। भाजपा द्वारा खरीद-फरोख्त की आशंका के बीच यूपीए के 30 से अधिक विधायकों को छत्तीसगढ़ के एक रिजॉर्ट में ठहराया गया था। हालांकि रविवार को सभी विधायक झारखंड लौट आए। वहीं सोरेन के विधायकों के विधानसभा पहुंचने के बाद भाजपा विधायकों ने हाथ में तख्ती लिए राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।
भाषा इनपुट के साथ